थायराइड की समस्या दूर करे तुलसी - Thyroid ki samasya door kare tulsi

थायराइड की समस्या दूर करे तुलसी, जानें कैसे
थायराइड की समस्या दूर करे तुलसी, जानें कैसे

थायराइड एक ऐसी समस्या हो गई है जो इन दिनों काफी आम हो गई है। पुरुषों के मुकाबले महिलाएं ज्यादा इसका शिकार होती हैं। इसके पीछे एक तो कारण है कि घर में मां या पिता को हुआ। इसके बाद दूसरा जो सबसे बड़ा कारण है वो है खराब लाइफस्टाइल। आजकल लोग घरों के भोजन से ज्यादा बाहर की चीजों के सेवन पर जोर देते हैं। जो बीमारियों का घर होते हैं। बाहर के भोजने के चलते आजकल लोग बीपी, शुगर, थायराइड के अलावा कई अन्य समस्याएं से जूंझ रहे हैं। थायराइड की समस्या होने पर तुलसी आपके काफी काम आ सकती है। ये एक औषधीय पौधा है जिसके चलते ये शरीर को कई सारे लाभ पहुंचाती है।

थायराइड में कमजोर होने लगता है शरीर (body starts getting weak in Thyroid) बता दें कि, थायराइड की समस्या शरीर में आयोडीन की कमी के चलते होता है। इसमें शरीर का वजन बढ़ने लगता है। साथ ही शरीर कमजोर हो जाता है। शरीर के अंदर मोटापा घर कर जाता है जिससे कई सारी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में तुलसी का सेवन करना इसमें लाभकारी साबित हो सकता है।

थायराइड में तुलसी से कैसे मिलता है लाभ (know How to get benefits from Tulsi in Thyroid) नियमित रूप से अगर तुलसी के पत्तों का सेवन किया जाए तो इससे थायराइड के कई लक्षणों से आराम मिल सकता है। दरअसल, इसके पत्तों में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी फंगल गुए पाए जाते हैं। जो थायराइड की समस्या को दूर करने में बेहद ही उपयोगी होते हैं। ऐसे में तुलसी के पत्ते का नियमित रूप से सेवन करने से इस समस्या में लाभ मिल सकता है।

तुलसी का ऐसे करे इस्तेमाल (Know How to Use Tulsi in Thyroid) थायराइड की समस्या से छुटकारा पाने के लिए, तुलसी के पत्तों को पानी से धो ले और फिर इसे पीसकर रस निकाल लें। तुलसी के स को एक चम्मच एलोवेरा जूस में मिलाकर नियमित रूप से सेवन करें। इससे थायराइड कंट्रोल में रहता है। इसके साथ ही आप चाहे तो तुलसी के चाय का भी सेवन कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए बिना दूध वाली चाय में तुलसी के पत्ते को डाल कर सेवन करने से लाभ मिलता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है।