तुलसी खाने के 3 फायदे और नुकसान: Tulsi Khane Ke 3 Fayde Aur Nuksan

फोटो- dermamyntra
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तुलसी एक ऐसा पौधा है जो हर घर के आंगन में देखने को मिलता है। इस पौधे को बहुत शुभ माना जाता है। वहीं तुलसी के पौधे को औषधीय गुणों के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। बहुत से लोग रोजाना तुलसी का सेवन तो करते हैं लेकिन उन्हें इसे खाने का सही तरीका नहीं पता होता। तुलसी के पत्तों का सेवन शरीर में इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ-साथ कई तरह के फायदे भी देता है। तुलसी के सेवन से खून का जमाव, प्रतिरक्षा को बढ़ाने के अलावा, सर्दी, खांसी, जुकाम को भगाने में भी राहत मिलती है। तुलसी की पत्तियों में विटामिन और खनिज तत्व मौजूद होते हैं। इसमें मुख्य रूप से विटामिन सी, कैल्शियम, जिंक और आयरन आदि पाए जाते हैं। इसके साथ ही तुलसी में सिट्रिक, टारटरिक एवं मैलिक एसिड पाया जाता है। ऐसे में बहुत से लोग सुबह उठकर तुलसी के पत्तों को चबाते हैं। लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जानते हैं तुलसी के फायदे और नुकसान के बारे में।

तुलसी के फायदे -

तनाव के लिए - तनाव एक बहुत आम समस्या बन गई है और इससे राहत पाने के लिए लोग बहुत तरह की थेरेपी अपनाते हैं। ऐसे में आप तुलसी भी अपना सकते हैं। इसमें एंटीस्ट्रेस गुण होते हैं, जो स्ट्रेस से आराम दिला सकते हैं।

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए - आज के समय में रोगों से लड़ने के लिए इम्यून सिस्टम की मजबूत रखना हर किसी के लिए जरूरी है। इसके लिए तुलसी के पत्तों का सेवन किया जा सकता है। इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मदद कर सकते हैं।

मुंह की सेहत के लिए - तुलसी में एंटीबैक्टीरियल गुण होते है जो मुंह को साफ़ रखने में मदद करते हैं। इसके सेवन से मुंह से आने वाली बदबू, पायरिया और मसूड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियों को ठीक किया जा सकता है।

तुलसी के नुकसान -

गर्भवती महिलाएं - तुलसी में यूजेनॉल होता है, इसकी वजह से महिलाओं के पीरियड शुरू होने का कारण बन सकता है।

खून पतला होना - तुलसी के पत्तों का अधिक सेवन करने से शरीर का खून पतला हो सकता है। इसके अलावा इसे अन्य एंटी-क्लोटिंग दवाओं के साथ भी नहीं लेना चाहिए।

जलन होना -तुलसी की तासीर गर्म होती है, जिसकी वजह से इसका अत्यधिक सेवन करने से पेट में जलन पैदा हो सकती है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।