टाइफाइड (Typhoid) एक गैस्ट्रोइंटेस्टिनल इंफेक्शन (gastrointestinal infection) है, जो व्यक्ति को साल्मोनेला टाइफी (S.typhi) के कारण होता है। टाइफाइड की समस्या होने पर व्यक्ति को तेज बुखार, डायरिया और उल्टी मुख्य रूप से होती है। वहीं दूषित (गंदा) पानी या भोजन की वजह से इस बैक्टीरियल इंफेक्शन के होने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। यह बैक्टीरियल इंफेक्शन मुंह के जरिए आंतों में प्रवेश करके वहां लगभग एक से तीन सप्ताह तक रहता है। उसके बाद आंतों की दीवार (intestinal wall) के जरिए आपके रक्तप्रवाह (bloodstream) में प्रवेश कर जाता है। टाइफाइड के लिए बेहतर इलाज उपलब्ध है। हालांकि, इलाज ना कराने से यह आपके लिए घातक हो सकता है। जानते हैं टाइफाइड (causes Of Typhoid In Hindi) के कारण।
टाइफाइड के कारण (causes Of Typhoid In Hindi)
टाइफाइड का बुखार व्यक्ति को तब होता है, जब कोई व्यक्ति ऐसे खाद्य पदार्थों और पानी का सेवन करता है, जिसमें एस टाइफी बैक्टीरिया की मात्रा बहुत अधिक होती है। वहीं इसके अलावा, एक टाइफाइड रोगी के मल (Stool) से उसके चारों-तरफ होने वाली पानी की आपूर्ति भी दूषित हो सकती है। इसके बदले में मरीज के चारों-तरफ होने वाला फूड सप्लाई चेन भी दूषित हो सकता है।
टाइफाइड के लक्षण (symptoms Of Typhoid In Hindi)
टायफायड की बीमारी में मरीज को बैक्टीरिया के संपर्क में आने के लगभग 1 से 3 हफ्ते बाद लक्षण दिखाई देते हैं। गंभीरता के आधार पर रोग की अवधि 3 से 4 सप्ताह तक भी हो सकती है। सामान्य इंक्यूबेशन समय 7 से 14 दिन है। टाइफॉइड के कुछ प्रमुख लक्षण इस प्रकार हैं जैसे -
1 . सिरदर्द रहना।
2 . कब्ज या डायरिया की समस्या होना।
3 . तेज बुखार (103° फेरेनहाइट) होना।
4 . भूख ना लगने की समस्या।
5 . लिवर और स्प्लीन का बढ़ जाना।
6 . सीने पर लाल रंग के निशान होना।
7 . थकान रहना।
8 . ठंड लगने की समस्या होना।
9 . दर्द और कमजोरी महसूस होना।
10 . पेट में दर्द की समस्या रहना।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।