विदारीकंद के उपयोग, फायदे और नुकसान - Vidarikand Ke Upyog, Fayde Aur Nuksan

विदारीकंद के उपयोग, फायदे और नुकसान (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
विदारीकंद के उपयोग, फायदे और नुकसान (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का अलग ही महत्व होता है। विदारीकंद (Vidarikand) एक जड़ी-बूटी है। विदारीकंद की जड़ों का उपयोग इम्युनिटी बूस्टर और रिस्टोरेटिव टॉनिक के रूप में किया जाता है। इसका इस्तेमाल महिलाओं के मासिक धर्म सम्बंधित विकारों (रजोनिवृत्ति सिंड्रोम और गर्भाशय की कमजोरी) में भी किया जाता है। विदारीकंद आयुर्वेद की एक कायाकल्प औषधि है। इसकी तासीर ठंडी होती है। इस लेख में विदारीकंद के उपयोग, फायदे और नुकसान बताये गए हैं।

विदारीकंद के उपयोग, फायदे और नुकसान - Vidarikand Ke Upyog, Fayde Aur Nuksan In Hindi

विदारीकंद के उपयोग : Uses Of Vidarikand In Hindi

- भस्मक रोग-250 मिली दूध में 10 मिली विदारीकंद रस डालकर उबालकर पीने से भस्मक रोग में लाभ होता है।

- 10 मिली विदारीकंद के रस में 10 ग्राम घी मिलाकर पीने से से भी भस्मक रोग में लाभ होता है।

- शूल 5-10 मिली विदारीकंद स्वरस में शर्करा मिला कर पीने से अथवा त्रायमाण एवं द्राक्षा के क्वाथ (10-20ml) में विदारीकंद चूर्ण मिलाकर पीने से पित्तज शूल का शमन होता है।

- विदारीकन्द एवं अनार के स्वरस (10-20 मिली) में त्रिकटु (सोंठ, मरिच, पिप्पली) चूर्ण 1 ग्राम, सेंधा नमक तथा शहद मिलाकर प्रयोग करने से तीनों दोषों से उत्पन्न शूल का शीघ्र निवारण हो जाता है।

- 1-2 ग्राम विदारी कंद मूल चूर्ण का सेवन करने से संग्रहणी में लाभ होता है।

विदारीकंद के फायदे : Benefits Of Vidarikand In Hindi

- विदारीकंद जड़ का चूर्ण दो महीने तक दिन में दो बार लिया जाता है। इसमें कैंसर रोधक प्रॉपर्टीज होने के कारण यह कैंसर में देने जाने वाली आयुर्वेदिक औषधि में भी इस्तेमाल की जाती है।

- विदारीकंद (10 ग्राम), अश्वगंधा (20 ग्राम), मुलेठी (10 ग्राम), शतावरी (10 ग्राम), आंवला (15 ग्राम), गोखरू (10 ग्राम), अर्जुन छाल (15 ग्राम), मंडुकपर्णी के पत्ते (10 ग्राम) को मिलाकर हर्बल पाउडर बना लें। एक चम्मच दिन में दो बार दूध के साथ लें। इससे बुखार, कमज़ोरी व अन्य बीमारियों से राहत मिलेगी।

- विदारीकंद ठंडा होने से कभी-कभी गरम औषधियों की उष्णता को कम करने के लिये भी इसका उपयोग होता है। यह ठंडा और पित्त शामक होने से शरीर में होनेवाली जलन को भी नष्ट करता है।

विदारीकंद के नुकसान : Disadvantages Of Vidarikand In Hindi

- किसी भी जड़ी-बूटी के अधिक सेवन से शरीर को फायदों से ज़्यादा नुकसान हो सकते हैं।

- विदारीकंद के सेवन से लोगो में एलर्जी होने की संभावना बढ़ सकती है।

- अधिक सेवन से त्वचा में खुजली और चकत्ते हो सकते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Vineeta Kumar
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