फ्लैक्स सीड्स (Flax Seeds) यानी अलसी के बीज का उपयोग कई रूप में होता है। अलसी का इस्तेमाल कई प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। फ्लैक्स सीड्स को टीसी भी कहा जाता है। यह छोटे-छोटे बीज बहुत गुणकारी होते हैं। अलसी के बीजों का उपयोग कई बीमारियों से बचाव के लिए होता है। फ्लैक्स सीड्स पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा होती हैं। यह बीज वजन कम करने में, त्वचा और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं। फ्लैक्स सीड्स आयरन, ओमेगा-3 फैटी एसिड और फाइबर का अच्छा स्रोत होते हैं। इनको अपनी डाइट में शामिल करने से अद्भुत लाभ देखने को मिलते हैं। इस लेख में फ्लैक्स सीड्स के उपयोग और फायदे बताये गए हैं। आइये इस विषय पर और जानकारी प्राप्त करें।
फ्लैक्स सीड्स के उपयोग और फायदे - Flax Seeds Ke Upyog Aur Fayde In Hindi
दर्द और सूजन कम करने में सहायक (Aids in reducing pain and swelling)
फ्लैक्स सीड्स का उपयोग सूजन और दर्द के लिए भी बहुत लाभदायक है। इसके लिए टीसी का लेप बनाकर लगाएं। लेप बनाने के लिए - इसके बीजों को पीस लें और फिर 2 गिलास पानी में उबालें। उबलने के बाद लेप तैयार हो जायेगा। इसे दर्द और सूजन वाले स्थान पर लगाएं, आराम मिलेगा।
बालों की देखभाल में मददगार (For Good Hair)
फ्लक्सस सीड्स का उपयोग बालों के स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। यह छोटे-छोटे बीज बालों की समस्या जैसे रुखा-शुष्कपन, बालों का झड़ना आदि के लिए अच्छे होते हैं। फ्लैक्स सीड्स का हेयर मास्क इस्तेमाल करें। हेयर मास्क बनाने के लिए - आधा कप फ्लैक्स सीड्स को 2 कप गर्म पानी में मिलाकर इसे रात भर के लिए छोड़ दें। इस हेयर मास्क को अगली सुबह बालों में लगाएं और आधा घंटा सूखने दें, फिर इसे नार्मल पानी से धो लें। यह बालों को पार्लर में हुए स्पा ट्रीटमेंट जैसा परिणाम देगा।
इंसोम्निया (Insomnia)
रात में नींद ना आने की समस्या उत्पन्न होने की बीमारी को इंसोम्निया कहते हैं। इसके उपाय के लिए - कास्टर ऑयल और फ्लैक्स सीड्स को बराबर मात्रा में मिलकर पीस लें और सोते समय इस मिश्रण को आँखों पर लगाएं। इससे नींद ना आने की बीमारी से राहत मिलेगी।
ट्यूबरक्लोसिस की समस्या में (Tuberculosis)
फ्लैक्स सीड्स का उपयोग टीबी जैसी बीमारी में भी किया जाता है। उपयोग ऐसे करें - 25gm फ्लैक्स सीड्स को पीसकर रात भर ठंडे पानी में भिगो कर रख दें। इसी पानी में सुबह नींबू का रस मिलाकर गर्म करके पी लें।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।