आयुर्वेद में कई जड़ी बूटी का उपयोग किया जाता है, जो सेहत को कई लाभ पहुंचाते हैं। उन्हीं में से एक त्रिफला चूर्ण (Triphala Churna) है। त्रिफला चूर्ण का सेवन स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण औषधीय गुणों से भरपूर होता है। त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं से छुटकारा मिलता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण में एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल, विटामिन सी, एंटी डायबिटिक, एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल्स, एंटीऑक्सीडेंट आदि गुण पाए जाते हैं, साथ ही त्रिफला चूर्ण विटामिन सी से भी भरपूर होता है। जो स्वास्थ्य के लिहाज से काफी लाभदायक साबित होता है। आइए जानते हैं त्रिफला चूर्ण के क्या-क्या फायदे और नुकसान होते हैं।
त्रिफला चूर्ण के 5 उपयोग, 8 फायदे और 3 नुकसान- Uses, Benefits And Side Effects of Triphala Churna In Hindi
त्रिफला चूर्ण के उपयोग
1- त्रिफला चूर्ण का उपयोग चाय बनाने के लिए किया जा सकता है।
2- एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को रातभर पानी में डालकर रख दें, फिर सुबह उस पानी से आंखों को धो सकते हैं।
3- त्रिफला चूर्ण को पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
4-त्रिफला चूर्ण का उपयोग फेस पैक के रूप में कर सकते हैं।
5- त्रिफला चूर्ण का सेवन शहद के साथ किया जा सकता है।
त्रिफला चूर्ण के फायदे
1- त्रिफला चूर्ण का उपयोग आंखों (Eyes) के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसलिए अगर आप त्रिफला चूर्ण के पानी से मुंह धोते हैं, तो इससे आंखों की रोशनी तेज होती है। साथ ही मोतियाबिंद जैसी आंख संबंधी बीमारियों का जोखिम भी कम होता है।
2- बढ़ता मोटापा (Obesity) कई बीमारियों को जन्म दे सकता है। इसलिए इसको कंट्रोल करना जरूरी होता है। मोटापा को कंट्रोल करने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि अगर आप गुनगुने पानी के साथ रोजाना खाली पेट त्रिफला चूर्ण का सेवन करते हैं, तो इससे मोटापा कम होता है।
3- कब्ज (Constipation) की समस्या होने पर त्रिफला चूर्ण का सेवन फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि इसमें मौजूद टैनिक और गैलिक एसिड कब्ज की समस्या को कम करने में लाभकारी साबित होते हैं।
4- कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) हृदय के लिए सबसे खतरनाक साबित होता है। इसलिए इसको कंट्रोल करना जरूरी होता है। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन लाभकारी होता है। क्योंकि इसका सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है।
5- त्रिफला चूर्ण एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, इसलिए त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से इम्यूनिटी (Immunity) मजबूत होती है। जिससे आप वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आने से बच सकते हैं।
6- डायबिटीज (Diabetes) के मरीजों के लिए त्रिफला चूर्ण का सेवन फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण में एंटी-डायबिटिक और हाइपोग्लिसेमिक प्रभाव होते है, जो शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं।
7- घाव या चोट लगने पर त्रिफला चूर्ण का उपयोग फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण में वुंड हिलिंग गुण होते हैं, जो घाव को भरने में मददगार साबित होते हैं।
8- दांतों से जुड़ी परेशानी, मसूड़ों में दर्द और मुंह से बदबू आने जैसी समस्या में त्रिफला चूर्ण का उपयोग काफी फायदेमंद साबित होता है। क्योंकि त्रिफला चूर्ण में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकने में मदद करता है।
त्रिफला चूर्ण के नुकसान
1- त्रिफला चूर्ण के अधिक सेवन से डायरिया (diarrhea) की शिकायत हो सकती है।
2- जिन लोगों का शुगर लेवल लो (Low Sugar Level) रहता है, उन्हें त्रिफला चूर्ण का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
3- गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।