हर व्यक्ति को अपनी हाईजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। खासकर महिलाओं को वो भी सर्दियों के दिनों में। अगर महिलाएं अपनी साफ-सफाई का ध्यान रखेंगी तो इसकी वजह से महिला की योनि में रैशेज यानी दाने हो सकते हैं। योनि में दाने होने से कई तरह की अन्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं। महिला के लिए चलना-फिरना और उठना-बैठना तक मुश्किल हो जाता है। ऐसी स्थिति आपके साथ न हो, इसके लिए जरूरी है कि आप योनि में हो रहे दाने का कारण जानें। योनि में दान क्यों (yoni me dane hone ka karan) होते हैं, जानते हैं इसके बारे में।
योनि में दाने क्यों होते हैं - Vaginal Rash Causes In Hindi
गीलेपन की वजह से - कई महिलाएं ऐसी होती हैं, जो यूरिन पास करने के बाद यानी हर बार पेशाब करने के बाद वजाइना सादे पानी से धोती हैं। यह अच्छी बात है। बता दें, सादे पानी से योनि धोने से इसकी हाइजीन मेंटेन होती है। लेकिन, अगर आप योनि को पानी से धोने के बाद सूती कपड़े या टिश्यू पेपर से साफ नहीं करते हैं, तो वहां का पानी आपकी अंडरगार्मेंट को गीला कर सकती है। यह शरीर का वह हिस्सा है, जहां हवा-धूप नहीं पहुंचती है। ऐसे में गार्मेंट लंबे समय तक गीला रह जाता है। उसमें नमी बन जाती है, जो योनि में दाने, रैशेज या खुजली का कारण बनते हैं।
सेंटेड साबुन लगाना - कुछ महिलाएं योनि की सफाई के लिए सेंटेड साबुन का उपयोग करती हैं। यह सही नहीं है। योनि में गुड और बैड, दो किस्म के बैक्टीरिया होते हैं। योनि अपने आप खुद को क्लीन करती है।
कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस - योनि में खुजली या दाने होने का सबसे कॉमन कारणों में से एक है, कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस। यह समस्या कम उम्र की लड़कियों को भी हो सकती है। आमतौर पर यह समस्या किसी प्रकार की एलर्जी की वजह से होती है।
सोरायसिस - सोरायसिस एक तरह की ऑटोइम्यून कंडीशन है, जो कि स्किन को प्रभावित करती है। देखा जाता है कि जिन महिलाओं को सोरायसिस होता है, उनकी योनि में भी इसके लक्षण नजर आते हैं।
जेनिटल हर्पीज - जेनिटल हर्पीज एक तरह का सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन है। अगर इसका वायरस शरीर में घुस जाए, तो वह नर्व सेल्स में रहने लगता है। जेनिटल हर्पीज में योनि में दाने, दर्द, खुजली और स्वेलिंग जैसी समस्या दिख सकती हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।