दुनिया में औसत डाइट में विटामिन K प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व माना जाता है। अधिकांश लोगों के लिए, पर्याप्त विटामिन K प्राप्त करना कोई समस्या नहीं है क्योंकि यह आमतौर पर खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों जैसे हरी पत्तेदार सब्जियों, गोभी और ब्रोकली जैसी क्रूस (cruciferous) वाली सब्जियों, स्कैलियन्स (scallion), प्रून्स (prunes), चिकन (chicken) और पार्सले (parsley) जैसी जड़ी-बूटियों में भी उपलब्ध है। यदि किसी वजह से आप विटामिन K की कमी से जूझते है तो आपको ब्लड क्लॉटिंग, बोन हेल्थ इश्यूज (bone health issues) की दिक्कत हो सकती है।
पोषक तत्व की आवश्यकता को अनदेखा करने के नकारात्मक पक्ष पर एक नज़र डालें। इससे नवजात शिशु और बच्चें प्रभावित होते हैं, इसलिए यदि आप माँ बनने वाली है तो आपको इसे अनदेखा ना करे। जवानो में भी, कुछ कारक आपके शरीर को कमी के प्रति संवेदनशील बना सकते हैं। विटामिन K प्रयाप्त मात्रा में हर शरीर की ज़रुरत होती है। यह कुछ दिक्कतें और बीमारियां है जो विटामिन K की कमी से होती है -
विटामिन K की कमी से कौनसा रोग होता है? - Vitamin K Deficiency Can Cause? In Hindi
1. रक्त के थक्के जमने की समस्या (blood clotting problems)
जब विटामिन K के अपर्याप्त सेवन के कारण शरीर पर्याप्त मात्रा में क्लॉटिंग फैक्टर प्रोथ्रोम्बिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है, तो इससे गंभीर मामलों में खून बहना या हेमरेज (hemorrhage) भी हो सकता है। इसके अलावा, अन्य संकेत भी हैं कि आपको रक्त के थक्के जमने की समस्या की लक्षण दिख सकते हैं - आसानी से चोट लगना, घाव होने पर अत्यधिक ब्लीडिंग होना, एक इंजेक्शन की स्थान से अधिक खून बहना, सर्जरी की जगह से अत्यधिक खून बहना, पेशाब के साथ खून आना, नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना आदि।
2. भारी मासिक धर्म और एनीमिया (heavy menstrual periods and anemia)
विटामिन K डेफिशियेंसी या कमी से आपको सामान्य से अधिक मासिक धर्म की शिकायत हो सकती है। जब मासिक धर्म के दौरान मेनोर्रहाजिया (menorrhagia) या भारी ब्लीडिंग की बात आती है, तो विटामिन K की कमी को एक संभावित समस्या के रूप में माना जाता है। यह लंबे समय तक ब्लीडिंग एनीमिया का कारण बन सकता है।
3. शिशुओं में विटामिन K की कमी से ब्लीडिंग (Vitamin K Deficiency Bleeding In Babies)
पहले नवजात शिशु के हेमोररहगीक रोग (hemorrhagic disease) के रूप में जाना जाता था, यह स्थिति जन्म के तुरंत बाद बहुत छोटे बच्चों को प्रभावित करती है। यह बीमारी नवजात शिशुओं में विटामिन K के निम्न स्तर या डेफिशियेंसी का परिणाम है जो शिशुओं में समस्या पेश कर सकता है।
4. हड्डियों का खराब स्वास्थ्य (poor bone health)
विटामिन K शरीर में हड्डियों के स्वास्थ्य और विकास से जुड़ा हुआ है और हड्डियों के नुकसान को भी रोक सकता है। नतीजतन, विटामिन K पर्याप्त ना मिल पाने पर हड्डियों के कम डेंसिटी और ऑस्टियोपीनिया (osteopenia) और ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी समस्याओं से जुड़ा हुआ है। यह माना गया हैं कि शरीर में पोषक तत्वों के पर्याप्त स्तर को बनाए रखने से आपको हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार देखने को मिल सकता है और फ्रैक्चर होने का खतरा भी कम हो सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।