वाटर रिटेंशन के 5 कारण, 5 लक्षण और 5 घरेलू उपाय - Water Retention 5 Causes, 5 Symptoms and 5 Home Remedies

वाटर रिटेंशन के 5 कारण, 5 लक्षण और 5 घरेलू उपाय (फोटो - sportskeedaहिन्दी)
वाटर रिटेंशन के 5 कारण, 5 लक्षण और 5 घरेलू उपाय (फोटो - sportskeedaहिन्दी)

जल प्रतिधारण (Water retention) यानी वाटर रिटेंशन, जिसे द्रव प्रतिधारण (fluid retention) या एडिमा (edema) के रूप में भी जाना जाता है, तब होता है जब आपके शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ एकत्र हो जाते हैं। वाटर रिटेंशन सर्कुलेटरी सिस्टम, टिशुस और गुहाओं के भीतर होता है। इससे आपके हाथ, पैर, एंकल और पैरों में सूजन हो सकती है। इस लेख में वाटर रिटेंशन के कारण, लक्षण और घरेलू उपाय बताये गए हैं। आइये इन्हें विस्तार से जानें।

वाटर रिटेंशन के 5 कारण, 5 लक्षण और 5 घरेलू उपाय

वाटर रिटेंशन के कारण : Causes Of Water Retention In Hindi

1. लंबी यात्रा के कारण भी वाटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है। लम्बे समय से एक ही स्थान पर बैठने पर भी यह समस्या हो सकती है।

2. शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन तरल पदार्थो को कंट्रोल करते हैं। इन होर्मोनेस के उतार-चढ़ाव के कारण ही शरीर के टिशू अधिक पानी रोक लेते हैं।

3. महिलाओं में, पीरियड्स के दौरान भी हार्मोनल बदलाव होते हैं जिससे वाटर रिटेंशन की समस्या होती है।

4. सोडियम के अधिक सेवन से शरीर में वाटर रिटेंशन होता है। नमक में सोडियम की प्रचुर मात्रा होती है।

5. अनियमित दिल की धड़कन, हाथ-पैर में सूजन होना, एकदम से वजन बढ़ना, कम पेशाब आना भी वॉटर रिटेंशन के कारणों में से एक हैं।

वाटर रिटेंशन के लक्षण : Symptoms of Water Retention In Hindi

1. पेट की सूजन या कसाव होना

2. पैरों, पंजे, कूल्हे और चेहरे पर सूजन दिखाई देना

3. अचानक वजन में उतार-चढ़ाव दिखना

4. जोड़ों में अकड़न महसूस होना

5. त्वचा पर दबाव पड़ने पर गड्ढा बन जाना।

वाटर रिटेंशन के घरेलू उपाय : Home Remedies for Water Retention In Hindi

1. सेब का सिरका शरीर में सोडियम (जो शरीर में पानी के स्तर को बढ़ाने में एक कारक) की मात्रा को कम करने में मदद करता है। वॉटर रिटेंशन के घरेलू उपचार के रूप में प्रतिदिन सेब के सिरके का सेवन करना फायदेमंद है।

2. वॉटर रिटेंशन के घरेलू उपचार के रूप में जीरे का पानी पाचन के साथ ही वजन को घटाने में सहायक होता है।

3. दही वॉटर रिटेंशन का उपचार करने के लिए सहायक है। दही में मौजूद पोटैशियम शरीर में मौजूद पानी की मात्रा को कंट्रोल रखने में मददगार हो सकता है।

4. विटामिन-B6 (जैसे ब्राउन राइस और रेड मीट) के सेवन से वॉटर रिटेंशन को दूर करने में मदद मिलती है। हरी सब्जियां, पालक, टमाटर, खट्टे फल, ब्रोकली, सोयाबीन आदि विटामिन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। इनका सेवन वाटर रिटेंशन की समस्या को ठीक कर सकता है।

5. सिंहपर्णी पत्ती, मकई, क्रैनबेरी, तरबूज,अजवाइन, अदरक, गाजर, नींबू व दालचीनी को अपने आहार में शामिल करने से आप वाटर रिटेंशन की समस्या को ठीक कर सकते हैं।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।