जिम में लंगोट/सपोर्टर पहनना जरूरी- कितना भ्रम और कितनी सच्चाई ?

अगर आप कभी जिम गए हों या नहीं, आपने एक बात जरूर सुनी होगी कि जिम में एक्सरसाइज करते हुए सपोर्टर/लंगोट पहनना चाहिए। जिम में जाने से पहले आपको एक्सरसाइज़ कैसे, कितनी और कब-कब करनी है, इससे भी पहले लोग लंगोट के बारे में बताते हैं। लेकिन क्या वाकई लंगोट पहनना इतना ही जरूरी है? लंगोट नहीं पहनकर एक्सरसाइज़ करने से हर्निया होता है ? बिना सपोर्टर लगाए एक्सरसाइज़ करने में दिक्कत आती है ? जिन भी लोगों से आपने लंगोट पहनने को लेकर लैक्चर सुना है, तो आपको बता दें कि लंगोट/सपोर्टर पहनना बिल्कुल भी जरूरी नहीं होता। भले ही आप पहले दिन जिम जा रहे हों या फिर सालों से जिम जाकर एक्सरसाइज़ करते हों। आपने कभी न कभी सुना ही होगा, कि लंगोट ना पहनने की वजह से हर्निया/ गुप्तांगों में पानी भरने का खतरा रहता है। ये सारी बातें भ्रम के अलावा कुछ भी नहीं हैं। हम आपको लंगोट, हर्निया से जुड़े भ्रम और सच्चाई के बारे में बताएंगे। जब भी हम जिम में जाकर भारी-भरकम वर्कआउट करते हैं या ज्यादा वजन उठाते हैं, तो हमारे पेट पर काफी सारा प्रेशर पड़ता है। जिस भी शख्स की एब्डोमिनल वॉल (पेट की मांसपेशियां) कमजोर होगी और वो गलत तरीके से जिम में काफी सारा वजन उठाएगा, उसे हर्निया होने के चांस काफी बढ़ जाएंगे। हर्निया में पेट के अंदर की आंत अपने स्थान से खिसककर बाहर निकल आ जाती है। इस वजह से हर्निया के रोगी को खाना खाने और टॉयलेट में काफी दर्द और परेशानी उठानी पड़ सकती है। भले ही आप लंगोट/सपोर्टर पहनकर भारी वजन उठाएं, अगर आपकी एब्डोमिनल वॉल कमजोर है, तो आपकी परेशानी होगी है। लंगोट पहनने या ना पहनने से कोई फर्क नहीं पड़ता, ये सिर्फ लोगों के बीच फैलाया हुआ भ्रम है। अगर आपने जिम जाना शुरु किया है या जिम जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो हर्निया से बचने का सबसे अच्छा तरीका है एक्सरसाइज़ को सही तरीके से करना, वजन को धीरे-धीरे बढ़ाना और अपने शरीर की मांसपेशियों को मजबूत करना। आप अगर जिम में जाते ही भारी वजन से डेडलिफ्ट्स और स्क्वॉट्स मारने लगे, तो आपको हर्निया के चांस बढ़ जाएंगे। हर्निया का इलाज सिर्फ और सिर्फ ऑपरेशन है। इसलिए हल्के वजन के साथ किसी अच्छे कोच की निगरानी में शुरुआती एक्सरसाइज़ करें। लंगोट/सपोर्टर पहनने या नहीं पहनने से कुछ भी नहीं होता और ना होने वाला।

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