एसिडिटी, जिसे आमतौर पर एसिड रिफ्लक्स कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट में एसिड बनता है और जिसकी वजह से अन्नप्रणाली में पीछे की ओर प्रवाहित होने के कारण छाती और गले में जलन होती है। दवाएं तो कई है जो आपको इस स्थिति में रहत दिला सकती हैं पर हम जो भोजन खाते हैं वह भी हमारे लक्षणों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
इसलिए आज हम एसिडिटी की परेशानी को कम करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए, इस बारे में आपकी विस्तार से बताने की कोशिश करेंगे, ध्यान दें:-
शामिल करने योग्य खाद्य पदार्थ:
गैर-खट्टे फल:
केले, खरबूजे, सेब और नाशपाती जैसे कम एसिड वाले फलों का चयन करें, जिनसे एसिड भाटा के लक्षणों को ट्रिगर करने की संभावना कम होती है। ये फल फाइबर से भरपूर होते हैं और पाचन में सहायता कर सकते हैं।
सब्जियाँ:
अपने आहार में विभिन्न प्रकार की सब्जियाँ शामिल करें, जैसे पत्तेदार सब्जियाँ, ब्रोकोली, फूलगोभी, गाजर और खीरे। ये आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं और आम तौर पर अम्लता वाले व्यक्तियों द्वारा अच्छी तरह सहन किए जाते हैं।
दुबले प्रोटीन:
त्वचा रहित पोल्ट्री, मछली, टोफू और फलियां जैसे प्रोटीन के दुबले स्रोतों को चुनें। ये प्रोटीन एसिड रिफ्लक्स को भड़काने की कम संभावना रखते हैं और अत्यधिक वसा मिलाए बिना आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।
साबुत अनाज:
दलिया, ब्राउन चावल, साबुत गेहूं की ब्रेड और क्विनोआ जैसे साबुत अनाज चुनें। इनमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है और यह एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम करते हुए पाचन को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
परहेज करने योग्य खाद्य पदार्थ:
खट्टे फल और जूस:
संतरे, नींबू, अंगूर जैसे खट्टे फल और उनके रस अत्यधिक अम्लीय होते हैं और अम्लता के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। अपना सेवन सीमित करें या उनसे पूरी तरह बचें।
मसालेदार और वसायुक्त भोजन:
मसाले, गर्म सॉस, तले हुए खाद्य पदार्थ और उच्च वसा वाले व्यंजन एलईएस को आराम दे सकते हैं और एसिड उत्पादन को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे भाटा के लक्षण बढ़ सकते हैं। हल्के मसाले और स्वास्थ्यप्रद खाना पकाने के तरीकों को चुनें।
कार्बोनेटेड पेय:
सोडा और स्पार्कलिंग पानी सहित कार्बोनेटेड पेय पदार्थ, सूजन का कारण बन सकते हैं और एलईएस पर दबाव डाल सकते हैं, जिससे एसिड रिफ्लक्स शुरू हो सकता है। इसके बजाय शांत पानी या हर्बल चाय का विकल्प चुनें।
चॉकलेट और कैफीन:
चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक एक यौगिक होता है, जो एलईएस को आराम देता है और एसिड रिफ्लक्स को बढ़ावा देता है। कॉफी और चाय जैसे कैफीनयुक्त पेय पदार्थ एसिड उत्पादन को उत्तेजित कर सकते हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।