नॉन वेज डायट छोड़कर अचानक अगर कोई Vegetarian Diet डायट लेना शुरू करें तो ये उस व्यक्ति के लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अचानक Diet में बदलाव करने से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ते हैं? नॉन वेजिटेरियन डायट के कारण कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol) लेवल के बढ़ने और saturated fat से हृदय रोग बढ़ने का जोखिम बढ़ जाता है। सैचुरेटेड फैट मीट और फिश सभी में मौजूद होता है, जबकि Vegetarian Diet कोलेस्ट्रॉल के स्तर के लिए उतना जोखिम पैदा नहीं करती और उसमें सैचुरेटेड फैट भी कम होता है। चलिए जानें इससे क्या फयादें होते हैं।
नॉन वेज खाना किया बंद, तो शरीर में दिखेंगे ये 5 बड़े बदलाब : What Happens To Your Body When You Stop Eating Meat In Hindi
एसिडिटी की समस्या कम होती है -
जो लोग नॉन वेज डायट लेते हैं उनके पेट में एसिड के उत्पादन बढ़ा सकत है। जिससे एसिडिटी, हार्टबर्न, सिरदर्द, पेट दर्द जैसी बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में मीट छोड़ने से एसिडिटी कम बनती है।
वजन घटाने लगता है -
जब नॉन वेज खाने वाले व्यक्ति पूरी तरह से वेजिटेरियन डायट पर आ जाते हैं तो उनका वजन स्वस्थ तरीके से कम होने लगता है। अपनी डायट से नॉन वेज को खत्म करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके साथ ही, वेजिटेरियन डायट आधारित डायट में कम कैलोरी और कम फैट होता है।
डायजेस्टिव सिस्टम हेल्दी रहता है -
नॉन वेजिटेरियन लोगों की तुलना में, जो लोग वेजिटेरियन डायट पर रहते हैं उनके पाचन तंत्र साफ होते हैं। क्योंकि शाकाहारी डायट हेल्दी बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देने में मदद करती है, जो आंतों को साफ करने और डायजेस्टिव डिसऑर्डर को रोकता है।
टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम होता है -
शाकाहारियों की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम नॉन वेज खाने वालों में बहुत अधिक है।
इंफेक्शन का जोखिम कम होगा -
नॉन वेज डायट को छोड़ने से शरीर में होने वाले इंफेक्शन और सूजन को कम किया जा सकता है। यदि जानवर को कुछ संक्रमण हैं, तो वह मीट खाने के बाद सीधे मानव शरीर में स्थानांतरित हो सकता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।