आजकल लोग काम के चलते बहुत ज्यादा स्ट्रेस (stress) में रहने लगे हैं। जिसके कारण सबसे ज्यादा असर उनके ब्रेन पर पड़ रहा है और इसी वजह से अब लोगों में एक ऐसा सिम्पटम दिखाई देने लगा है, जिसमें लोग सही तरह से किसी चीज को याद नहीं रख पाते, फोकस (focus) करने में परेशानी होने लगी है, व्यक्ति खुद में ही उलझा हुआ महसूस करता है, जिसके कारण किसी भी फैसले को ले पाना उसके लिए मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति को ब्रेन फॉग कहा जाता है। आइए आज इस लेख में हम यही जानेंगे कि ब्रेन फॉग (brain fog) क्या होता है और इससे कैसे निपटा जा सकता है।
ब्रेन फॉग के कारण - Reasons for brain fog in hindi
व्यक्ति जब बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेता है तो कही न कही उसके ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ता है। जिससे डिप्रेशन (depression) ट्रिगर होता है। इस कारण दिमाग थका हुआ महसूस करने लगता है। जब किसी व्यक्ति को ब्रेन फॉग की समस्या होने लगती है उस दौरान ध्यान केंद्रित करने, किसी चीज को समझना, अपनी बात रखने में मुश्किल आने लगती है। एक्सपर्ट का ये भी मानना है कि अगर कोई व्यक्ति पर्याप्त नींद नहीं लेता है, तो उसे भी ब्रेन फॉग होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए पर्याप्त नींद लेना बहुत आवश्यक होता है।
ब्रेन फॉग के लक्षण क्या होते हैं - What are the symptoms of brain fog?
ब्रेन फॉग के लक्षण कुछ इस तरह होते हैं जैसे सिर में दर्द (headache), लो एनर्जी (low energy) या थकान महसूस करना, मूड स्विंग होना (mood swing), इरिटेशन होना (irritation), नींद न आना (insomnia) , फोकस करने में परेशानी, उदासी महसूस होना, भूलने की आदत, या अकेलापन महसूस (loneliness) करना। अगर आपको भी ये लक्षण दिखाई देते हैं, तो आपको सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है।
ब्रेन फॉग को ठीक करने के उपाय - Ways to cure brain fog
ब्रेन फॉग को ठीक करने के लिए आप सबसे पहले पर्याप्त नींद लेना शुरू करें। कम से कम 8 घंटे की नींद लेना किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी होता है। इससे आपके दिमाग को आराम पाने का ज्यादा मौका मिलता है। क्योंकि जब हम जागते हैं, तो हमारा दिमाग कुछ न कुछ सोचते जरूर रहता है। इसलिए दिमाग को पूरा आराम देना बहुत जरूरी होता है।
मोबाइल, लैपटॉप का इस्तेमाल थोड़ा कम करें। अगर आप बहुत ज्यादा मोबाइल, टीवी या लैपटॉप में व्यस्त रहते हैं, तो बीच में थोड़े समय के लिए इनसे दूरी भी जरूर बनाएं। इससे आप का दिमाग रिलेक्स रहेगा। इस बीच आप 10 से 15 मिनट के लिए आंख बंद करके बैठ जाएं या फिर लेट जाएं, आपको बहुत आराम मिलेगा।
दिमाग को शांत रखने के लिए एक्सरसाइज (exercise) करना बहुत जरूरी होता है। अगर आप सुबह जल्दी उठने के आदी नहीं हैं, तो दिन में कभी भी समय निकालकर एक्सरसाइज जरूर करें या आप ध्यान लगाकर कहीं बैठ जाएं। इससे आपको बहुत शांति मिलेगी।
अगर आप फ्री बैठे हैं कुछ करने के लिए नहीं है, तो आप किसी से मिलकर बातें करें, किताबें पड़े या अपने पसंद का जो भी काम हो उसे करें। इससे आपके अंदर नई ऊर्जा का संचार होगा।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।