प्रोबायोटिक्स (prebiotics) एक फायदेमंद बैक्टीरिया होता हैं जो व्यक्ति की आंत में रहते हैं और पाचन digestion सुधार में मदद करते हैं। प्रोबायोटिक्स के विपरीत प्रीबायोटिक्स (Prebiotics) ना पचने वाले कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं जो फाइबर से भरे होते हैं और ये आंतों में बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं। ऐसे में आप प्रीबायोटिक्स को हजम नहीं कर सकते हैं। आपको बता दें, सभी प्रीबायोटिक्स फाइबर होते हैं, लेकिन सभी तरह के फाइबर को प्रीबायोटिक्स नहीं माना जा सकता है। फाइबर पानी में घुल जाते हैं। इस तरह के फाइबर में ओलीगोसैचराइड्स (Oligosaccharides) जैसे प्रीबायोटिक्स होते हैं और इनुलिन (Inulin) व ओलिगोफराक्टोज (Oligofructose) जैसे यौगिक होते हैं। जानते हैं किन-किन चीजों में ये पाया जाता है।
प्रीबायोटिक्स (Prebiotic) किन-किन चीजों में पाए जाते हैं, जानिए - Sources Of Prebiotic Food In Hindi
1 . बादाम almonds
2 . सेब apple
3 . केला banana
4 . लहसुन garlic
5 . एस्परैगस asparagus
6 . प्याज onion
7 . सोयाबीन soybean
8 . गेहूं wheat
9 . जई oat
10 . मक्का makka
11. ढोकला Dhokla
12. इडली Idli
13 . अचार Pickles
14 . दही Curd
15 . छाछ Buttermilk
आपको बता दें, व्यक्ति को रोजाना प्रीबायोटिक्स prebiotic की 1 से 10 ग्राम खपत करनी चाहिए। हालांकि यह सब व्यक्ति की भौगोलिक, जनसांख्यिकीय और अन्य स्वास्थ्य संबंधी मापदंडों पर निर्भर है। बता दें, प्रीबायोटिक्स से ना केवल आपका पाचन बेहतर होता है बल्कि इम्युनिटी सिस्टम immune system भी मजबूत बनता है। इसे खाने से नॉन-रैपिड आई मूवमेंट (REM) बेहतर होता है और तनाव कम होता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।