कई लोग सोते समय खर्राटे लेते हैं। यह न सिर्फ आपकी स्लीप क्वालिटी को प्रभावित करता है, बल्कि इससे आपके पार्टनर या साथ रहने वाले अन्य लोगों को भी काफी परेशानी हो सकती है। खर्राटे की वजह से आस-पास के लोगों की नींद खराब होती है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है, कि सोते समय खर्राटे क्यों आते हैं। वैसे तो जिन लोगों को रात में खर्राटे आते है वह इस समस्या को दूर करने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाते रहते हैं। तो चलिए जानते है कि अखिर खर्राटे क्यों आते हैं और क्या इन्हें रोका जा सकता है या नहीं?
सोते समय खर्राटे क्यों आते हैं - Sote Samay Kharate Kyu Aate Hain In
Hindi
गले के वायुमार्ग ब्लॉक हो जाने से - जब कोई व्यक्ति बहुत थक जाता है तो इससे नींद के समय उसकी जीभ और गले की मांसपेशियां शांत हो जाती हैं और उन्हें आराम मिलता है। इसकी वजह से गले के टिश्यू भी ढीले हो जाते है। जिसकी वजह से यह आपके गले के वायुमार्ग को ब्लॉक कर देते हैं। एक यह कारण भी है, जिसकी वजह से कंपन्न पैदा होता है। इसके साथ ही गले में संकुचन की स्थिति पैदा हो जाती है। जिससे सांस लेने और छोड़ने दोनों में ही रुकावट होती है। जब लगातार सांस में रुकावट होती है, तो इससे कंपन्न बढ़ने लगता है और खर्राटों की आवाज तेज आने लगती है।
साइनस आदि समस्या की वजह से - अगर किसी व्यक्ति की कोई मेडिकल कंडीशन भी इस परेशानी की जिम्मेदार हो सकती हैं जैसे साइनस, सर्दी-खांसी, एलर्जी और गले में इन्फेक्शन आदि के कारण भी खर्राटों की समस्या होती है। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति अधिक शराब का सेवन और स्मोकिंग, ठंडे फूड्स का सेवन आदि करतै है, तो इसकी वजह से भी गले में सूजन को ट्रिगर करते हैं, जो खर्राटों का कारण बनता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।