दिल के मरीज आपको कई मिल जाएंगे। इनमें से कुछ किसी को दिल दे चुके होते हैं तो वहीं कुछ दूसरों का दिल ले चुके होते हैं। इसकी वजह से दिल में दर्द होना लाजमी है लेकिन प्यार, इश्क़ और मोहब्बत से बड़ा एक दर्द होता है और वो सेहत के कारण होने वाला दर्द। अगर ये दर्द होता है तो आपको काफी नुकसान हो सकता है।
आप इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी घटना या दुर्घटना एकदम से नहीं होती है। हर परेशानी अपने सिम्पटम्स या साइंस देती है लेकिन जब आप उनपर ध्यान नहीं देते हैं तो उसकी वजह से आपको परेशानी होती है जो एक कष्ट की बात है। दिल में चार चैम्बर्स और एक नोड होता है जो बेहद जरूरी है।
इनमें से आपकी बायीं तरफ के चैम्बर्स खून को साफ करने के लिए उसे फेफड़े में भेजने का काम करते हैं जबकि दाहिने चैम्बर्स से खून आपके शरीर में जाता है। ये खून अपने आप शरीर में नहीं जाता है क्योंकि उसे बेहद गति की जरूरत होती है। इस गति को पैदा करने के लिए वो नोड एक बिजली का छोटा सा झटका देता है जिसकी वजह से दिल धड़कता है। इस धड़कने के कारण ही आपके शरीर में खून पहुँच पाता है। जब ये नोड खराब हो जाता है तो उसकी जगह पर पेसमेकर को लगाया जाता है।
हार्ट अटैक क्यों होता है और उससे कैसे बचा जा सकता है: Heart Attack Kyon Hota Hai Aur Usse Kaise Bacha Jaa Sakta Hai
चैम्बर्स को क्या कहते हैं: What are the chambers called
अंग्रेजी में ऊपर वाले चैम्बर्स को एट्रियम और नीचे वाले चैम्बर्स को वेंट्रिकल्स कहा जाता है। यहाँ ये बात भी ध्यान देने वाली है कि इन चैम्बर्स के बीच में विभाजन करने के लिए दो वाल्व भी होते हैं। ये वाल्व किसी भी क्रिया को गलत तरह से होने से रोकते हैं। इसका अर्थ है कि बाईं तरफ का हार्ट सिर्फ खून को साफ करेगा और उस खून को दिल में अशुद्ध रूप में जाने से रोकने के लिए वो वाल्व बंद हो जाता है। वहीं दाईं तरफ का वॉल्व खून को शरीर में पम्प होने के बाद वापस हार्ट में आने से रोकता है ताकि दिल सही तरह से काम कर सके।
कब आता है हार्ट अटैक?: When does one get heart attack?
हार्ट अटैक एकदम से नहीं आता है। हार्ट अटैक आने से पहले आपको कई बार चेतावनी देता है। इसमें साँसों का फूलना, दिल की जगह पर काफी दर्द होना या रह रहकर दर्द होना शामिल है। वैसे ये सबके साथ हों या सिर्फ यही हों ऐसा जरूरी नहीं है। इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। जब दिल को खून सही मात्रा में नहीं मिलता है और जब उसके खून के प्रवाह के दौरान कोई क्लॉट बन जाता है तो ऐसी दिक्कत होती है। इसकी वजह से ऑक्सीजन की उपलब्धता दिल के पास नहीं हो पाती है और वो जरूरत से अधिक धड़कता है जिसकी वजह से आपको अटैक आता है।
कितना होता है दिल का भार: Weight of the heart
दिल पर इश्क, जिम्मेदारियों और बेवजह के बोझ जिसे आम भाषा में स्ट्रेस कहा जाता है को अगर आप ना लें तो आपके दिल का भार बेहद कम होता है। यहाँ ये भी बताना जरूरी है कि पुरुषों का दिल 300 से 350 ग्राम के बीच में होता है जबकि महिलाओं का दिल 250 से 300 ग्राम के बीच में होता है।
हार्ट अटैक से कैसे करें बचाव: Save heart from an attack
आज कल के दौर में हमारा खान पान बेहद खराब हो गया है जिसकी वजह से ये परेशानी बढ़ गई है और कम उम्र में भी लोगों को हार्ट अटैक आ रहे हैं। इस आर्टिकल के लिखे जाने तक एक एक्टर की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है जबकि वो काफी फिट थे और महज 40 साल के थे।
ऐसे में आपको ये जान लेना चाहिए कि उम्र से इसका लेना देना नहीं है। अगर आपके शरीर में खून का बहाव प्रभावित होगा तो ये दिक्कत आएगी। आप ज्यादा तैलीय, ज्यादा कैल्शियम, एवं ऐसी चीजों को ना खाएं जिनमें तीखापन या बेवजह के मसाले हों वरना इससे आप ना सिर्फ अपनी सेहत को बल्कि अपने शरीर के सबसे बड़े अंग को भी मुश्किल में ड़ाल रहे हैं।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।