भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में खेले गए जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप (Junior Hockey World Cup 2021) के फाइनल में अर्जेंटीना ने जर्मनी को 4-2 से हराकर दूसरी बार खिताब पर कब्ज़ा कर लिया। इससे पहले अर्जेंटीना ने 2005 में जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप का खिताब जीता था।
2016 में खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के लिए इस बार टूर्नामेंट कुछ ख़ास नहीं रहा और वह तीसरा स्थान भी नहीं हासिल कर सकी। मेजबानों को तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में फ्रांस ने 3-1 से हराया।
नीदरलैंड्स ने बेल्जियम को हराकर पांचवां, स्पेन ने मलेशिया को हराकर सातवां, दक्षिण अफ्रीका ने दक्षिण कोरिया को 4-0 से हराकर नौवां, पाकिस्तान ने पोलैंड को हराकर 11वां, कनाडा ने चिली को हराकर 13वां और यूएसए ने मिस्र को पेनल्टी शूटआउट में हराकर 15वां स्थान हासिल किया।
टूर्नामेंट में 14 गोल करने वाले फ्रांस के टिमोथी क्लेमेंट को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। जर्मनी के एंटन ब्रिंकमैन को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर और चिली की टीम को फेयरप्ले अवॉर्ड चुना गया। नीदरलैंड्स के माइल्स बुकेंस ने सबसे ज्यादा 18 गोल किये।
भारत की तरफ से संजय ने सबसे ज्यादा 8 गोल किये, वहीं अरिजीत सिंह हुंडल ने पांच गोल किये। लीग स्टेज में फ्रांस के खिलाफ पहला मैच हारने के बाद भारत ने पोलैंड और कनाडा को हराकर क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया, जहाँ उन्होंने बेल्जियम को 1-0 से हराया। सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी ने 4-2 से हराया था।