भारत की महिला हॉकी टीम ने दूसरी बार एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया है। झारखण्ड की राजधानी रांची में खेले गए फाइनल में भारत ने जापान को 4-0 के अंतर से मात देते हुए ट्रॉफी अपने नाम की। इससे पहले साल 2016 में भारत को यह खिताब हासिल हुआ था। खास बात यह है कि भारत की पुरुष हॉकी टीम ने इसी साल अगस्त में पुरुष चैंपियंस ट्रॉफी हासिल की थी।
जापान के खिलाफ फाइनल में पूरी तरह भारत का दबदबा दिखा, हालांकि पहले और तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हो सका। संगीता कुमारी ने 17वें मिनट में गोल कर भारत का खाता खोला। फिर 46वें मिनट में नेहा गोयल गोल करने में कामयाब रहीं। लालरेम्सियामी की ओर से 57वें मिनट में गोल आया जबकि मैच खत्म होने से चंद सेकेंड पहले वंदना कटारिया ने गोल कर भारत को बड़ी जीत दिलाई। भारतीय टीम को उनकी शानदार जीत के कारण सोशल मीडिया पर ढेर सारी बधाईयां मिल रही हैं।
महिला हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी की शुरुआत साल 2010 में हुई थी। प्रतियोगिता में एशिया की टॉप 6 टीमें भाग लेती हैं। इस बार मेजबान भारत के अलावा चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की टीमें भाग ले रही थीं। राउंड रॉबिन की तर्ज पर हुए ग्रुप मुकाबलों में भारत ने अपने पांचों मुकाबले जीतते हुए पहला स्थान पाया था। सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया के खिलाफ भारत की महिला टीम ने 2-0 से जीत दर्ज की जबकि जापान ने चीन को मात दी थी। रविवार को तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में चीन ने दक्षिण कोरिया को 2-1 से हराया।
भारत का चौथा फाइनल
दक्षिण कोरियाई टीम साल 2010 में इस खिताब को जीतने वाली पहली टीम थी। भारत ने साल 2010 में तीसरा स्थान हासिल किया था। साल 2011 में टीम इंडिया चौथे स्थान पर रही थी जबकि 2013 और 2018 में टीम उपविजेता रही।