एचआईएल के पहले सेमीफाइनल मैच में कलिंगा ने उत्तर प्रदेश विजार्ड्स को पेनाल्टी शूट आउट में 4-3 (4-4) से मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई। मैच 4-4 से ड्रॉ रहने के बाद मैच पेनाल्टी शूटआउट में गया जहां चार्टर ने शानदार बचाव करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई। शूटआउट में कलिंका के मोरिट्ज फुर्सते और एडम डिक्सन के दो शॉट विजार्ड्स के गोलकीपर पी.आर श्रीजेश ने रोक दिए थे। विजार्डस की टीम 2-0 से आगे थी। उसके लिए गोनजालो पेलिएट और वान एयूबेल ने गोल कर उसे बढ़त दिला दी थी। ललित उपाध्याय और एरान ज्लावस्की ने दो गोल कर कलिंगा को मैच में वापस ला दिया था। चाटर्र ने रमनदीप सिंह और आकाशदीप सिंह के शॉट रोक कर कलिंगा का पलड़ा भारी कर दिया था। इसके बाद धर्मवीर सिंह और सांडेर बार्ट मौका गंवा बैठे और मैच सडन डेथ में गया। चार्टर ने एक बार फिर अगस्टिन माज्जिली के शॉट को रोक कलिंगा को राहत की सांस दी। इसके बाद वान ने गोल कर स्कोर 3-2 कर दिया। ललित ने ने बराबरी कराई और फिर चार्टर ने आकाशदीप के शॉट को रोक लिया। फिर एरान ने श्रीजेश को छकाया और कलिंगा को जीत दिलाई। चार्टर ने इस पूरे मैच में कई शानदार बचाव किए। तीसरे मिनट में विजार्ड्स को पेनाल्टी कॉर्नर मिला लेकिन चार्टर ने इस पर गोल नहीं होने दिया लेकिन एक मिनट बाद ही वान ने शानदार फील्ड गोल कर कलिंगा को 2-0 से आगे कर दिया। गौरतलब है कि एचआईएल में एक फील्ड गोल को दो गोल माना जाता है। इसी बीच कलिंगा ने कई बार गोल करने की कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। 35वें मिनट में कलिंगा ने 2-2 से वापसी की जब फुर्सते ने गेंद को गोलपोस्ट में डाला। तीसरे क्वार्टर के अंतिम मिनट में कलिंगा को दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले लेकिन श्रीजेश ने गोल नहीं होने दिया। चौथे क्वार्टर के पहले मिनट में ही हालांकि कलिंगा ने बढ़त ले ली थी। बिलि बेकर ने श्रीजेश को छकाते हुए गेंद को नेट में डाला। मैच खत्म होने में जब दो मिनट का खेल बाकी था तब ही विजार्ड्स ने बराबरी का गोल दागा। आकाशदीप खाली खड़े थे, उन्होंने माज्जिली के पास को आसानी से नेट में डाल स्कोर बराबर कर दिया। --आईएएनएस