महत्वपूर्ण सपोर्ट स्टाफ सदस्यों के अचानक जाने से भारतीय हॉकी टीम ने दो डच कोच को अस्थायी रूप के लिए नियुक्त किया है। भारतीय हॉकी टीम अब इस अंतराल में पूर्व कालिक विकल्प की नियुक्ति करेगी। पिछले एक महीने में हॉकी इंडिया के हाई-परफॉर्मेंस निदेशक डेविड जॉन, एनेलिटिकल को क्रिस सिरिलो और फिजियो डेविड मैक्डोनाल्ड ने निजी कारणों का हवाला देकर पद से इस्तीफा दिया। इनके जाने से कोच ग्राहम रीड अकेले रह गए। बेंगलुरु में हॉकी के राष्ट्रीय कैंप में उन्हें ट्रेनिंग देखने में सपोर्ट की जरूरत थी।
ग्राहम रीड का बोझ कम करने के लिए हॉकी इंडिया ने नीदरलैंड्स के ब्राम लोमांस और डेनिस वान डे पोल की सेवाएं 10 सप्ताह के लिए ली हैं। इस बीच हॉकी कोच की खोज की जाएगी। दो बार के ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और हॉकी विश्व कप विजेता लोमांस ने रीड के साथ काम किया जब वह एम्सटर्डम हॉकी क्लब के कोच थे। लोमांस भारतीय हॉकी टीम के ड्रैग फ्लिकर्स को कोचिंग देंगे। वह सिरिलो से जिम्मेदारी लेंगे, जो एनेलिटिकल कोच होने के साथ-साथ पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञों पर निगरानी रखने के जिम्मेदार भी थे। वान डे पोल अब गोपकीपर्स को कोचिंग देंगे। वह पिछले साल भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर्स के साथ एक सप्ताह बिता चुके हैं।
दोनों हॉकी कोच क्या करेंगे
एक हॉक अधिकारी ने कहा, 'लोमांस और वान डे पाल रीड को साप्ताहिक कार्यक्रम के संबंध में रिपोर्ट करेंगे, जो अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करके मैदान पर ट्रेनिंग की फिल्म बनाएंगे। वीडियो दोबारा उन्हें भेजे जाएंगे और फिर वो हर सप्ताह वन ऑन वन या ग्रुप में इस बारे में बातचीत करेंगे।'
पूर्णकालिक कोचिंग स्टाफ की नियुक्ति आमतौर पर लंबी प्रक्रिया होती है, जिसमें भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) से स्वीकृति की जरूरत होती है। भारतीय महिला हॉकी टीम के कोच जोएर्ड मारिजाने की नियुक्ति में एक साल से ज्यादा समय लग गया था। पुरुष हॉकी टीम के कोच की नियुक्ति वैसे तो जल्दी हो जाती है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण यात्रा पाबंदी को देखते हुए यह साफ नहीं है कि सिरिलो और मैक्डोनाल्ड के विकल्प की नियुक्ति होगी और वह टीम से जुड़ेंगे।
अब तक रीड को जूनियर हॉकी कोच बीजे करियप्पा की सहायता मिली है। हालांकि, जब अगले महीने कैंप शुरू होगा तो वह जूनियर टीम के पास लौट जाएंगे। भारतीय हॉकी टीम को इस साल किसी टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लेना है और वह जनवरी 2021 से मैदान पर उतरेंगे। हालांकि भारतीय हॉकी टीम बेंगलुरु में अभ्यास कर रही है और अपनी पूर्ण फिटनेस हासिल करने पर ध्यान लगा रही है।