भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को एक रोमांचक मुकाबले में 4-3 से हराकर एशियन चैंपियन्स ट्रॉफी में कांस्य पदक अपने नाम किया। तीसरे स्थान के लिए खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम एक समय 2-1 से पिछड़ रही थी, लेकिन टीम ने सधा हुआ खेल दिखाते हुए पाकिस्तान को हराकर न सिर्फ अपनी साख बचाई बल्कि पदक भी अपने नाम किया। वहीं रोमांचक खिताबी मुकाबले में दक्षिण कोरिया ने पेनेल्टी शूटआउट में जापान को हराकर अपनी पहली एशियन चैंपियंस ट्रॉफी जीती।
पिछड़कर आगे आई टीम इंडिया
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे ही मिनट में पेनेल्टी कॉर्नर जीतकर हरमनप्रीत सिंह की बदौलत गोल कर बढ़त पा ली। लेकिन 10वें मिनट में पाकिस्तान की ओर से अफराज ने फील्ड गोल कर मैच 1-1 से बराबर कर दिया। दूसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में पाकिस्तान ने पेनेल्टी कॉर्नर जीतकर गोल किया और भारत को 2-1 से पीछे कर दिया। 45वें मिनट में तीसरे क्वार्टर की समाप्ति से महज 3 सेकेंड पहले सुमित ने बेहतरीन फील्ड गोल्ड कर भारत को 2-2 की बराबरी पर ला दिया। इसके बाद चौथे क्वार्टर में 54वें मिनट में वरुण कुमार ने पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और भारत की बढ़त 3-2 कर दी। तीन मिनट बाद आकाशदीप सिंह ने फील्ड गोल के जरिए टीम इंडिया की बढ़त 4-2 कर दी। पाकिस्तान ने वापसी की कोशिश की और 57वें मिनट में ही मोइन शकील की स्टिक से फील्ड गोल आया लेकिन तब तक देर हो चुकी थी।
फुल टाइम पर भारत ने 4-3 से जीत दर्ज कर तीसरा स्थान हासिल किया और कांस्य पदक भी जीता। पिछली बार भारत और पाकिस्तान की टीमें संयुक्त विजेता रहीं थीं, जबकि इस बार पाकिस्तान को खाली हाथ लौटना पड़ा। भारत ने 2016 में भी तीसरे स्थान का मैच जीतकर कांस्य जीता था।
पेनेल्टी शूटआउट में जीता कोरिया
दक्षिण कोरिया ने जापान के खिलाफ खिताबी मुकाबले में पेनेल्टी शूटआउट के जरिए पहली बार खिताब अपने नाम किया। फुल टाइम तक दोनों टीमों का स्कोर 3-3 रहा। दक्षिण कोरिया ने मैच में शुरुआती बढ़त ली थी। लेकिन जापान ने 24वें, 29वें और 38वें मैच में गोल कर 3-1 से बढ़त हासिल की। कोरिया ने शानदार वापसी करते हुए हैरतंगेज खेल दिखाया और पहले 55वें मिनट में गोल दागा। इसके बाद मैच खत्म होने से चंद सेकेंड पहले पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर मुकाबला 3-3 से बराबर किया। जिसके बाद पेनेल्टी शूटआउट हुआ। कोरिया ने शूटआउट में 4-2 से जापान को मात दी।