लंदन में शुक्रवार से शुरू हुए चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2016 में भारतीय हॉकी टीम की शुरुआत अच्छी रही, अपने पहले ही मैच में भारत ने मज़बूत जर्मनी को 3-3 पर रोक लिया। भारत के पास इस मैच में जीत दर्ज करने का सुनहरा मौक़ा था, 3-2 से बढ़त बनाने के बावजूद आख़िरी 10 मिनट में भारतीय हॉकी टीम ने एक गोल खाया और दो गोल करने का मौक़ा गंवा दिया। एक वक़्त टीम इंडिया 3-1 से आगे चल रही थी और ऐसा लग रहा था कि चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारतीय हॉकी टीम जर्मनी पर पांचवीं जीत दर्ज कर लेगी, लेकिन इसके बाद भारतीय खिलाड़ी राह से भटक गए और दो गोल खाते हुए ड्रॉ से ही उन्हें संतोष करना पड़ा। भारत के लिए वीआर रघुनाथ ने सातवें, मंदीप सिंह ने 26वें और हरमनप्रीत सिंह ने 32वें मिनट में गोल किया। दूसरी तरफ़ जर्मनी के लिए टॉम ग्रैमबुश ने 26वें और 36वें जबकि जोनास गोमोल ने 57वें मिनट में गोल दागा। जर्मन टीम ने 36वें मिनट में अपना दूसरा गोल करते हुए स्कोर 2-3 किया था और फिर 57वें मिनट में हासिल पेनाल्टी स्ट्रोक पर उसने गोल करके अपनी हार को टाल दिया। भारत खराब खेल के कारण चैम्पियंस ट्रॉफी में जर्मनी पर अपनी पांचवीं जीत से चूक गया। भारत ने 1982 में जर्मनी पर 3-2 से जीत हासिल की थी। इसके बाद 1989 में उसने बर्लिन में मेजबान टीम को 3-2 से हराया था। एम्सटेलवीन में 2003 में भारत ने जर्मनी पर 3-2 से जीत हासिल की थी। 2004 में उसने लाहौर में जर्मन टीम को 3-1 से पटखनी दी थी। इसके अलावा बीते साल रायपुर में आयोजित हॉकी वर्ल्ड लीग फाइनल्स में भारत ने जर्मनी को 1-1 की बराबरी पर रोका था। भारत की टक्कर शनिवार को दूसरे मुकाबले में ब्रिटेन के खिलाफ होगी।