भारतीय महिला हॉकी टीम ने FIH प्रो हॉकी लीग में अमेरिका की टीम को 4-2 से मात देकर अंक तालिका में अपनी स्थिति मजबूत की है। अमेरिका के खिलाफ डबल हेडर मुकाबलों के पहले मैच में टीम इंडिया ने एक गोल से पिछड़ने के बाद वापसी की और मैच अपने नाम किया। पहली बार लीग का हिस्सा बनी भारतीय टीम का अभी तक का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। टीम को बुधवार शाम अमेरिका से दूसरा मैच खेलना है जो भारतीय टीम का लीग के इस सीजन का आखिरी मैच है।
इस मुकाबले से पहले दोनों टीमों के बीच का रिकॉर्ड अमेरिका के पक्ष में था। साल 2013 के बाद से अमेरिका और भारत की महिला टीमों के बीच 10 मैच हुए थे जिसमें 7 मैच अमेरिका ने जबकि 2 मैच भारत ने जीते थे और 1 मैच ड्रॉ रहा था। ऐसे में मौजूदा भारतीय टीम ने अपने बेहतरीन खेल से अमेरिका को पछाड़ने में कामयाबी हासिल की। पहले क्वार्टर में अमेरिकी टीम ने लगातार अटैक करने शुरु किए जबकि भारतीय महिला खिलाड़ियों ने डिफेंस को मजबूत बनाए रखा। मैच का पहला गोल 27वें मिनट में अमेरिका की ग्रेगा डेनिएल ने किया। लेकिन 30वें मिनट में ही ग्रेस एक्का ने पेनेल्टी कॉर्नर से गोल किया। तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में नवनीत कौर ने 31वें मिनट में फील्ड गोल कर टीम को 2-1 से आगे कर दिया।
39वें मिनट में सोनिका ने फील्ड गोल से भारत को 3-1 की बढ़त दिलाई। 45वें मिनट में अमेरिका के लिए नेटली कोनर्थ ने गोल किया। मैच का आखिरी गोल वंदना कटारिया की स्टिक से 49वें मिनट में आया। टीम ने 4-2 की जीत के साथ 3 अंक हासिल किए और मैच भारत के नाम रहा।
नीदरलैंड के रॉटरडैम में खेली जा रही FIH हॉकी लीग में अर्जेंटीना की टीम पहले ही विजेता बन चुकी है जबकि नीदरलैंड की टीम दूसरे स्थान पर काबिज है और इसी स्थान पर अभियान खत्म करेगी। लेकिन भारत के लिहाज से ये जीत बेहद खास है क्योंकि टीम इंडिया फिलहाल तीसरे नंबर पर है और अब टूर्नामेंट में वो इसी स्थान पर अपना अभियान समाप्त करेगी। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के टूर्नामेंट से नाम वापस लेने की वजह से भारत को टूर्नामेंट में एंट्री मिली थी। प्रतियोगिता का आयोजन 2019 से हर साल होता है और हॉकी की टॉप 9 टीमों को इसमें शामिल किया जाता है।