रुपिंदर पाल सिंह और बीरेंद्र लाकड़ा के अंतर्राष्ट्रीय हॉकी के से संन्यास लेने के बाद एक और पूर्व दिग्गज खिलाड़ी SV Sunil ने हॉकी से ब्रेक लेने का फैसला करते हुए रिटारमेंट के संकेत दे दिए हैं। फॉरवर्ड के रूप में पिछले 14 साल तक भारतीय टीम का हिस्सा रहे सुनील ने ट्विटर के माध्यम से ऐलान किया कि वो फिलहाल खेल से ब्रेक ले रहे हैं। हालांकि पूरी पोस्ट पढ़कर तो यही साफ हो रहा है कि सुनील भी अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले चुके हैं।
सफर अभी खत्म नहीं हुआ
साल 2007 में भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू करने वाले सुनील ने एक भावनात्मक पोस्ट के जरिए फैंस, हॉकी इंडिया, अपने कोच और अपनी पत्नी को धन्यवाद कहा। पोस्ट के जरिए सुनील ने ये जरूर लिखा कि ये आखिरी गुडबाय नहीं है, जिससे फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि सुनील को जल्द ही किसी और रूप में देख सकते हैं। सुनील ने साफ किया कि वो आने वाले नेशनल कैम्प का हिस्सा नहीं रहेंगे।
नए खिलाड़ियों को मिले मौका
सुनील को टोक्यो ओलंपिक के लिए अंतिम टीम में जगह नहीं मिल पाई थी। सुनील इसका जिक्र भी अपने मैसेज में करते हुए लिखा है कि अपने साथियों के ओलंपिक मेडल जीतने पर वो बेहद खुश जरूर हैं लेकिन वो खुद भी चाहते थे कि इस मौके का हिस्सा टीम में रहते हुए बनते। सुनील ने इस बात की ओर भी सभी का ध्यान खींचा है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में 3 साल से भी कम का समय है और ऐसे में बतौर सीनियर खिलाड़ी उनकी जिम्मेदारी बनती है कि वो नए टैलेंट को आगे आने के लिए जगह बनाएं।
कई बड़ी जीत में शामिल
महाराष्ट्र के रहने वाले 32 वर्षीय सुनील भारतीय हॉकी टीम के इतिहास के दिग्गज फॉरवर्ड में शामिल रहे हैं। सुनील ने कुल 264 मैचों में सीनियर पुरुष टीम की ओर से प्रतिभाग करते हुए 72 गोल दागे हैं। कूर्ग के सोमरपेट के रहने वाले सुनील ने साल 2007 में एशिया कप के जरिए अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी और भारत ये टूर्नामेंट जीत भी गया था। सुनील अपनी तेजी के लिए जाने जाते हैं और 2012 और 2016 ओलंपिक में भी टीम का हिस्सा रह चुके हैं।
सुनील 2014 एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वाली टीम का हिस्सा थे, तो 2018 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज जीतने वाले दल में भी शामिल रहे। 2015-16 में हॉकी वर्ल्ड लीग में टीम इंडिया की फॉर्वर्ड लाइन का नेतृत्व सुनील ने ही किया था और भारत ने इस टूर्नामेंट का कांस्य पदक अपने नाम किया था। साल 2017 में हॉकी के लिए सुनील को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। स्पीड स्ट्राइकर कहे जाने वाले सुनील को हॉकी फैंस अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में जरूर मिस करेंगे।