एक दिन पहले वेल्स की टीम को 5-1 से रौंदने वाली भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने FIH हॉकी जूनियर विश्व कप के अपने दूसरे मैच में जर्मनी जैसी मजबूत टीम को 2-1 से मात दे दी है। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने क्वार्टर-फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है। टीम को अब पूल में सिर्फ एक मैच 5 अप्रैल को मलेशिया के खिलाफ खेलना है लेकिन अंतिम 8 में टीम इंडिया की बेटियों का स्थान बन चुका है।
दक्षिण अफ्रीका में खेले जा रहे जूनियर विश्व कप में पूल डी में शामिल भारतीय टीम का दूसरा मैच जर्मनी के साथ था जिसमें भारतीय टीम ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर जीत दर्ज की। मैच के पहले 45 सेकेंड में ही मुमताज खान ने जर्मनी के सर्किल को भेद दिया। दूसरे मिनट में शर्मिला देवी ने भारत को पेनेल्टी कॉर्नर दिलाया जिसे लालरेमसियामी ने गोल में बदलकर भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई। इसके बाद पहले ही क्वार्टर में जर्मनी ने 3 पेनेल्टी कॉर्नर कमाए लेकिन भारतीय गोलकीपर बिचू देवी ने गजब खेल दिखाते हुए तीनों बार गोल नहीं होने दिया।
दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में जर्मनी के दो पेनेल्टी कॉर्नर फिर बिचु देवी ने रोके। जर्मन टीम लगातार भारतीय सर्किल में बनी रही, लेकिन 27वें मिनट में भारत ने पेनेल्टी कॉर्नर जीत लिया जिसे मुमताज खान ने गोल में तब्दील किया। पहले हाफ की समाप्ति पर टीम इंडिया 2-0 से आगे थी। तीसरे हाफ में कोई टीम गोल नहीं कर पाई। वहीं चौथे हाफ में मैच खत्म होने से तीन मिनट पहले जूल बल्यूल की ओर से इकलौता गोल आया। फुल टाइम पर भारत ने 2-1 से मैच अपने नाम कर लिया। खास बात ये रही कि पूरे मैच में भारत के 7 के मुकाबले जर्मनी को 9 पेनेल्टी कॉर्नर मिले लेकिन भारत के गजब डिफेंस के आगे जर्मनी जैसी मजबूत टीम एक भी पेनेल्टी कॉर्नर कन्वर्ट नहीं कर पाई।
इस जीत के साथ अपने पूल में टीम इंडिया 2 मैचों में 2 जीत के साथ पहले स्थान पर है और अंतिम 8 के लिए क्वालिफाई कर चुकी है। सभी प्रतिद्वंदियों की स्थिति 5 अप्रैल को साफ हो जाएगी जब चारों पूल के ग्रुप मैच समाप्त हो जाएंगे, लेकिन भारतीय टीम अगर 5 अप्रैल को मलेशिया को हराती है तो ग्रुप टॉप करेगी और ऐसे में क्वार्टर फाइनल में पूल सी की दूसरे नंबर की टीम से भिड़ेगी। संभावना है कि यह टीम अर्जेंटीना या दक्षिण कोरिया की हो सकती है, दोनों ही टीमें पूर्व विश्व चैंपियन हैं, ऐसे में भारत के लिए चुनौती कड़ी हो सकती है। फिलहाल टूर्नामेंट में भारत के अलावा इंग्लैंड की टीम भी क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुकी है। भारतीय टीम टूर्नामेंट इतिहास में साल 2013 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर तीसरे स्थान पर रही थी।