भारतीय महिला हॉकी टीम ओलंपिक साल 2021 में अपने पहले दौरे पर अर्जेंटीना जाएगी। भारतीय महिला हॉकी टीम ने लगभग एक साल से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। भारतीय महिला हॉकी टीम 3 जनवरी को देश की राजधानी से अर्जेंटीना रवाना होगी और मेजबान देश के खिलाफ 17 जनवरी से शुरू होने वाली सीरीज में 8 मैच खेलेगी। हॉकी इंडिया ने बयान जारी करते हुए कहा कि कुल 25 खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के सात सदस्य अर्जेंटीना दौरे पर जाएंगे।
यह पहला मौका है जब भारतीय महिला हॉकी टीम को ओलंपिक गेम्स की तैयारी के लिए अंतरराष्ट्रीय दौर पर जाने के लिए सरकार की स्वीकृति मिली है। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण भारतीय महिला हॉकी टीम ने पूरे साल कोई मुकाबला नहीं खेला। महामारी के कारण दुनियाभर में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं ठप्प पड़ी रहीं। भारतीय महिला हॉकी टीम ने 2020 में जनवरी में अंतरराष्ट्रीय दौरा किया था। तब उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में हिस्सा लिया था। भारतीय महिला हॉकी टीम ने वहां न्यूजीलैंड और ग्रेट ब्रिटेन दोनों के खिलाफ पांच मैच की सीरीज खेली और पांच में से तीन मुकाबलों में जीत दर्ज की।
भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा जरूरी: हॉकी इंडिया
हॉकी इंडिया ने पिछले कुछ महीनों में कहा कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स की तैयारियों के लिए भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाएं आयोजित कराने की योजना बनाई जा रही है। भारतीय महिला हॉकी टीम के प्रमुख कोच जोएर्ड मारिजने ने बयान में कहा, 'मै खुश हूं कि एक साल बाद हम अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेंगे। यह दौरा हमें जानकारी देगा कि टोक्यो ओलंपिक गेम्स की तैयारी के लिए अगला कदम क्या रखना है। मैं हॉकी इंडिया और साईं को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने जल्दी इस पर प्रतिक्रिया दी।'
हॉकी इंडिया और मेजबान देश की राष्ट्रीय एसोसिएशन ने मिलकर अर्जेंटीना में बायो-बबल बनाने की योजना तैयार की है। हॉकी इंडिया ने कहा, 'भारतीय महिला हॉकी टीम उस होटल में रूकेगी, जहां टीम के लिए अलग रूम/हॉल हो, टीम बैठक हो या सत्र आदि। दो लोगों को एक कमरे में ठहराया जा सकता है। पूरे दौरे में फिर यही दो लोग रूम पार्टनर बने रहेंगे। सभी चीजों का ध्यान रखते हुए पूरी योजना तैयार की गई है।'
हॉकी इंडिया ने आगे कहा, 'टीम के सदस्यों को बायो-बबल से बाहर जाकर किसी तीसरे व्यक्ति से मिलने की अनुमति नहीं होगी। मैच या ट्रेनिंग स्थल पर भी टीम समर्पित ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेगी। टीम बस/कोच, ड्राइवर्स और सपोर्ट स्टाफ पूरे दौरे पर एक जैसे ही रहेंगे ताकि कोई जोखिम न हो। सदस्यों को होटल के बाहर ट्रेनिंग और मैच डे के अलावा कहीं बाहर जाने को नहीं मिलेगा।'
रानी रामपाल ने किया शुक्रिया अदा
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने हॉकी इंडिया और साई को शुक्रियाअदा किया कि खिलाड़ियों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए दौरे का आयोजन कराया जा रहा है। रानी रामपाल ने कहा, 'यह दौरा खिलाड़ियों की सुरक्षा का ध्यान रखकर आयोजित कराया जा रहा है और हम हॉकी इंडिया व साई के आभारी हैं कि महामारी के बावजूद उन्होंने प्रतियोगिता आयोजित कराने का विचार किया। टोक्यो में अब 200 से कम दिन का समय बचा है और ऐसे में अर्जेंटीना जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ मैच खेलना जरूरी है। हमारी टीम इसके लिए काफी उत्साहित है। हमें पता चलेगी कि हम कहां खड़े हैं और उस हिसाब से अपने खेल में सुधार कर सकते हैं।'
अर्जेंटीना रवाना होने से 72 घंटे पहले सभी खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों का कोविड-19 टेस्ट से गुजरना पड़ेगा। अर्जेंटीना पहुंचने के बाद क्वारंटीन होने की जरूरत नहीं है, लेकिन टीम भारतीय सरकार और अर्जेंटीनी सरकार द्वारा दिए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन करेगी।