भारतीय हॉकी टीम के लिए 6 मैच खेल चुके मिडफील्डर जसकरण सिंह ने कहा कि उन्होंने कप्तान मनप्रीत सिंह और अनुभवी चिंगलेनसना सिंह कनगुजम से नेशनल कैंप के दौरान बहुत कुछ सीखा। 26 साल के जसकरण सिंह ने कहा कि लगातार सीनियर्स से बातचीत करने के कारण उनके खेल में काफी सुधार हुआ है। जसकरण सिंह ने कहा, 'मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह खोज रहा हूं। हालांकि, मनप्रीत सिंह और चिंगलेनसना सिंह के साथ अभ्यास करना शानदार रहा। मुझे इनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। सिर्फ हॉकी तकनीक ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर भी काफी कुछ सीखने को मिला।'
जसकरण सिंह ने आगे कहा, 'मैं अपने खेल का ज्ञान हासिल करने के लिए लगातार सीनियरर्स से बातचीत करता हूं और इससे खिलाड़ी के रूप में बेहतर बन रहा हूं। मनप्रीत सिंह और चिंगलेनसना सिंह ने भारत के लिए 200 से ज्यादा मैच खेले हैं और उनके पास अपने अनुभवों से साझा करने के लिए कई चीजें हैं।' जसकरण सिंह ने साथ ही कहा कि एक बार भारतीय टीम प्रतियोगिता में हिस्सा लेना शुरू करेगी तो वह अंतरराष्ट्रीय सर्किट में ज्यादा एक्सपोजर पर ध्यान देंगे।
जसकरण सिंह ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय सर्किट में ज्यादा एक्सपोजर हासिल करने पर मेरा पूरा ध्यान है। मैं इस समय छोटे लक्ष्य स्थापित करना चाहता हूं और बड़े लक्ष्यों के बारे में सोचना नहीं चाहता। जितना ज्यादा मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलूंगा, उतना बेहतर मेरा खेल होता जाएगा। यह अपनी क्षमता पर विश्वास करने के जैसा है। जब मैं नियमित रूप से शीर्ष टीमों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करूंगा तो अपनी क्षमताओं पर मेरा विश्वास बढ़ता जाएगा।'
फिटनेस पर जसकरण सिंह ने दिया ज्यादा ध्यान
यह पूछने पर कि कोविड-19 महामारी के कारण लगे लॉकडाउन में क्या किया तो मिडफील्डर ने कहा कि उन्होंने सकारात्मक रहने का जरिया खोजा और अपनी फिटनेस बरकरार रखने पर ज्यादा ध्यान दिया। जसकरण सिंह ने कहा, 'लॉकडाउन चरण सभी के लिए कठिन था। मगर हमने अपनी फिटनेस ड्रिल्स के जरिये सकारात्मक रहने का जरिया खोजा। मैं अपनी पूरी ऊर्जा फिटनेस बरकरार रखने पर लगाई। हॉकी इंडिया ने मुश्किल समय में हमारा शानदार तरीके से साथ दिया। हमें किसी चीज की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि हॉकी इंडिया और साई ने इसका पूरा ख्याल रखा था।'
जसकरण सिंह ने आगे कहा, 'हम खेल गतिविधि के लिए पिच पर लौटने को लेकर काफी उत्सुक हैं। इस समय हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश कर रहे हैं और एथलीट्स के रूप में रोजाना सुधार कर रहे हैं।'