भारत और पाकिस्तान की टीमों ने ओमान में हो रहे जूनियर एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के पूल मुकाबले में 1-1 से ड्रॉ खेला है। अभी तक टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर रही दोनों ही टीमें एक-दूसरे के खिलाफ बराबरी की टक्कर देने में सफल रहीं। दोनों टीमों को खेलता देखने के लिए स्टेडियम में भारी भीड़ मौजूद थी।
पूल ए के इस 8वें मैच में भारत के लिए शारदा नंद ने 24वें मिनट में गोल दागा तो 44वें मिनट में पाकिस्तान के बशारत अली ने गोल कर स्कोर बराबर कर दिया। दोनों ही टीमें एक-दूसरे के खिलाफ अटैक की कोशिशें करती रहीं, लेकिन दोनों का ही डिफेंस मजबूत था जिस कारण और गोल नहीं हुए। इस परिणाम के बाद फिलहाल पूल ए में पाकिस्तान और भारत के बराबर 7-7 अंक हैं लेकिन गोल डिफरेंस के आधार पर पाकिस्तानी टीम पहले नंबर पर है जबकि भारत दूसरे स्थान पर।
टू्र्नामेंट में कुल 10 टीमों को 5-5 के दो पूल में बांटा गया है। दोनों पूल से टॉप 2 टीमें सेमिफाइनल खेलेंगी। पूल ए में पाकिस्तान और भारत के अलावा जापान भी मजबूत स्थिति में है। थाईलैंड और चीनी ताइपे पहले ही बाहर हो गई हैं। अब 28 मई को भारतीय टीम थाईलैंड के खिलाफ आखिरी पूल मैच खेलेगी जहां टीम इंडिया की जीत पक्की मानी जा रही है। लेकिन वहीं पाकिस्तान को आखिरी मैच में जापान से भिड़ना है। जो टीमें विजयी होंगी, वह अंतिम-4 में पहुंच जाएंगी।
चौथे खिताब की तलाश में भारत
एशिया की टॉप 10 अंडर-21 टीमों के बीच हो रही प्रतियोगिता का यह 10वां संस्करण है। जूनियर एशिया कप हॉकी की शुरुआत साल 1988 में हुई थी जब मेजबान देश पाकिस्तान ने दक्षिण कोरिया को हराकर पहला खिताब हासिल किया था। इसके बाद साल 1992 और 1996 में भी पाकिस्तान ने ट्रॉफी हासिल कर लगातार तीन खिताब जीते। साल 1996 के फाइनल में भारतीय टीम पहली बार पहुंची थी जहां पाकिस्तान ने उसे मात दी।
2000 में भारतीय टीम एक बार फिर फाइनल में पहुंची लेकिन इस बार दक्षिण कोरिया ने उसे हरा दिया। इसके बाद साल 2004 में भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराते हुए 1996 की हार का बदला लेने के साथ ही पहली बार जूनियर एशिया कप अपने नाम किया। टीम इंडिया 2008 में भी चैंपियन बनी। साल 2012 में मलेशिया ने पाकिस्तान को हराकर पहला खिताब जीता। आखिरी बार साल 2015 में जूनियर एशिया कप का आयोजन हुआ था जहां भारतीय टीम ने पाकिस्तान को फाइनल में 6-2 के बड़े अंतर से मात दी थी। साल 2021 में टूर्नामेंट का आयोजन बांग्लादेश में होना तय था लेकिन कोविड-19 संक्रमण के बढ़ने की वजह से इसे निरस्तर कर दिया गया। इस बार टूर्नामेंट दिसंबर 2023 में होने वाले FIH जूनियर हॉकी विश्व कप के क्वालिफायर के रूप में काम करेगा जहां टॉप 3 टीमें विश्व कप के लिए क्वालिफाय करेंगी।