भारतीय हॉकी टीम ने अंडर-21 जूनियर एशिया कप के फाइनल में जगह बना ली है। भारत ने दक्षिण कोरियाई टीम को 9-1 से हराकर सेमीफाइनल जीता और लगातार दूसरी बार खिताबी मैच में जगह बनाई। फाइनल में टीम इंडिया पाकिस्तान का सामना करेगी।
ओमान के सलालाह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए पहले सेमीफाइनल में भारतीय टीम का दबदबा देखने को मिला। 13वें मिनट में सुनील लाकड़ा ने गोल कर टीम का खाता खोला। इसके बाद 19वें मिनट में अरीजीत सिंह ने गोल किया। बॉबी सिंह धामी ने 31वें, 39वें और 55वें मिनट में गोल दाग हैट्रिक पूरी की। इनके अलावा अंगद सिंह, विष्णुकांत, शारदा नंद, और उत्तम सिंह ने भी 1-1 गोल दागा। कोरियाई टीम के लिए इकलौता गोल 46वें मिनट में आया।
वहीं दिन के दूसरे सेमीफाइनल में पाकिस्तान ने मलेशिया पर 6-2 से जीत दर्ज की। खास बात यह है कि दूसरे क्वार्टर तक मलेशियाई टीम 1-0 से आगे थी, लेकिन पाकिस्तानी टीम ने तीसरे क्वार्टर में दो गोल जबकि आखिरी क्वार्टर में चार गोल दाग वापसी की। अब 1 जून को भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में आमने-सामने होंगी। भारत और पाकिस्तान के बीच जूनियर एशिया कप में आज तक तीन बार फाइनल खेला गया है जिसमें से एक बार पाकिस्तान जबकि दो बार भारत की जीत हुई है। ऐसे में 1 जून को होने वाला फाइनल बेहद रोमांचक होने की उम्मीद है। इसी दिन तीसरे स्थान के लिए मलेशिया और दक्षिण कोरिया में भी मैच होगा।
साल 1988 में हुए पहले जूनियर एशिया कप में भारतीय टीम तीसरे नंबर पर रही थी जबकि 1992 में भारत चौथे स्थान पर रहा। साल 1996 और 2000 में भारतीय टीम उपविजेता बनी जबकि 2012 में टीम फिर तीसरे स्थान पर आई। भारत ने 2004, 2008 और 2015 में खिताब जीता है। इस जूनियर एशिया कप में टॉप 3 में रहने वाली टीमें इस साल दिसंबर में आयोजित होने वाले FIH जूनियर हॉकी विश्व कप में खेलेंगी।