साल 2020 खत्म होने को आ गया है, भारतीय जूनियर हॉकी टीम के खिलाड़ियों ने अपनी नजरें आगामी साल के लक्ष्य पर लगा रखी हैं। डिफेंडर महिमा चौधरी ने कहा कि 2021 में टीम का सबसे पहला लक्ष्य एफआईएच जूनियर महिला विश्व कप के लिए क्वालीफाई करना है। महिला चौधरी ने कहा, '2020 अब बीत गया है। हम नहीं सोचना चाहते कि 2020 में महामारी के कारण क्या पीछे छूट गया। मगर 2021 में हम अपना ध्यान लगा सकते हैं।'
महिमा चौधरी ने आगे कहा, 'यह हमारे लिए महत्वपूर्ण साल है क्योंकि एफआईएच जूनियर विश्व कप दिसंबर में होना है, जिसके लिए हमें अप्रैल 2021 में जूनियर एशिया कप में जीतने के लिए क्वालीफाई करना जरूरी है। यह 2021 में हमारा पहला लक्ष्य होगा।' विश्व कप अगले साल 5-16 दिसंबर तक दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में होगा। दक्षिण अफ्रीका मेजबान होने के कारण क्वालीफाई कर चुका है, वहीं पांच विभिन्न महाद्वीप प्रतियोगिताओं से 15 अन्य टीमें हिस्सा लेंगी।
जूनियर एशिया कप में बेहतर प्रदर्शन करने पर नजर: महिमा चौधरी
महिमा चौधरी ने कहा, 'हम राष्ट्रीय कैंप में लौटकर और बायो-सिक्योर माहौल में ट्रेनिंग करके खुश हैं। हम अपनी पुरानी लय में लौट रहे हैं और मानसिक व शारीरिक रू से जूनियर एशिया कप में बेहतर करने पर ध्यान दे रहे हैं। पिछली बार 2015 जूनियर एशिया कप में भारत चौथे स्थान पर था। हम इस बार पोडियम पर रहते हुए बेहतर समाप्ति करना चाहते हैं और एफआईएच जूनियर विश्व कप के लिए क्वालीफाई सुरक्षित करना चाहते हैं।'
उसी कैंपस में अभ्यास करना जहां सीनियर भी कर रहे हैं तो डिफेंडर का मानना है कि भारतीय महिला टीम से कई चीजें सीखने को मिली है। महिमा चौधरी ने कहा, 'पिछले कुछ सालों में, सीनियर टीम ने हमारे लिए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। महाद्वीप चैंपियनशिप में सफल होने के साथ-साथ अपनी वर्ल्ड रैंकिंग सुधारते हुए उन्होंने हमें प्रेरित किया है। इन्हें करीब से अभ्यास करते हुए देखना हम सभी के लिए बड़ी सीख वाला अनुभव है। हमें इससे काफी प्रोत्साहन मिलता है।'
महिमा चौधरी का मानना है कि सीनियर टीम में जाने का उनका समय जरूर आएगा, लेकिन फिलहाल उनका पूरा ध्यान जूनियर टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन करने पर टिका है। महिमा चौधरी ने कहा, 'शर्मिला मेरे दो साल बाद जूनियर कोर ग्रुप में आई और अब वह सीनियर टीम के लिए खेल रही है। मैं उसके लिए खुश हूं। कड़ी मेहनत और अच्छा प्रदर्शन रंग लाता है और मेरा मानना है कि मेरा समय भी आएगा। मुझे धैर्य रखने की जरूरत है और अपने खेल पर ध्यान देना है।'