भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 19वें एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल हासिल कर लिया है। टीम इंडिया ने फाइनल मुकाबले में पिछली बार की विजेता जापान को 5-1 से मात दी और चौथी बार इस स्पर्धा का गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की।
चीन के हांगझाओ के गोंग्शू कनाल स्पोर्ट्स पार्क में हुए फाइनल मुकाबले में भारत के लिए मनप्रीत सिंह ने पहला गोल्ड दागा। अमित और अभिषेक ने भी एक-एक गोल दागे जबकि कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने दो गोल किए। भारतीय टीम ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया था और जापान को पूल मैच में भी मात दी थी।
दिन के एक अन्य मैच में दक्षिण कोरिया ने मेजबान चीन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया। अब भारतीय महिला टीम का मुकाबला शेष है। टीम महिला हॉकी के ब्रॉन्ज मेडल मैच में जापान का सामना करेगी।
टीम का 13वां एशियन गेम्स फाइनल
हॉकी का खेल साल 1958 में एशियन गेम्स का हिस्सा बना था। आज तक कुल 17 बार हॉकी को एशियन गेम्स में शामिल किया गया है और भारतीय टीम का यह 13वां फाइनल था। भारत को 8 बार फाइनल में पाकिस्तान ने हराया है जबकि एक बार दक्षिण कोरियाई टीम ने मात दी। भारत ने इससे पहले 1966, 1998 और साल 2014 में इन खेलों में गोल्ड मेडल जीता है।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारत के खाते में अब 22 गोल्ड, 34 सिल्वर और 39 ब्रॉन्ज समेत कुल 95 पदक हो गए हैं। पदक तालिका में भारत फिलहाल चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बाद चौथे स्थान पर है। अभी कुछ और पदक आने शेष हैं और इस बार भारत के कुल पदकों का आंकड़ा 100 के पार जाना तय है। यह भारत का एशियन गेम्स इतिहास में गोल्ड और कुल मेडल के मामले में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है।