भारतीय महिला हॉकी टीम ने हांगझाओ एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर लिया है। भारत ने पिछली बार की गोल्ड मेडलिस्ट जापान को 2-1 से मात दी और चौथी बार महिला हॉकी का कांस्य पदक अपने नाम किया। एक दिन पहले ही भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जापान को हराकर गोल्ड जीता था।
भारतीय टीम ने इस बार एशियाड में पूल मुकाबलों में केवल एक ड्रॉ खेला और बाकी सभी मैच जीते। लेकिन टीम को सेमीफाइनल में अपनी से निचली FIH रैंकिंग वाली मेजबान चीन की टीम के हाथों 4-0 से करारी हार झेलनी पड़ी। इसी कारण से भारत को दूसरा सेमीफाइनल हारने वाली जापान के खिलाफ कांस्य पदक मैच में उतरना पड़ा।
भारतीय टीम ने जापान के खिलाफ मुकाबले में पहला गोल 5वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक के जरिए दीपिका की मदद से किया। वहीं दूसरा गोल 50वें मिनट में सुशीला चानू ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए दागा। जापान के लिए गोल 30वें मिनट में आया। भारत ने मुकाबला जीत भारतीय दल को हांगझाओ एशियन गेम्स में उसका 40वां ब्रॉन्ज और कुल 103वां मेडल दिलाया।
7वां एशियाड मेडल
भारतीय महिला टीम का यह एशियन गेम्स में कुल 7वां हॉकी मेडल है। 1982 में जब पहली बार महिला हॉकी को एशियाड का हिस्सा बनाया गया तो भारत ने गोल्ड जीता था। साल 1986 में भारत को ब्रॉन्ज मेडल मिला। 1990 और 1994 में खाली हाथ रहकर चौथे स्थान पर आने के बाद साल 1998 के एशियन गेम्स में टीम सिल्वर जीतने में कामयाब रही। 2002 में भारतीय टीम एक बार फिर चौथे नंबर पर रही। 2006 में टीम को कांस्य मिला लेकिन 2010 में फिर टीम ने चौथे स्थान पर फिनिश किया। 2014 में भारत को कांस्य और फिर पिछले एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल मिला।
अब 19वें एशियन गेम्स में भारत के खाते में 28 गोल्ड, 35 सिल्वर और 40 ब्रॉन्ज के साथ कुल 103 पदक हो गए हैं। भारत पदक तालिका में चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बाद तीसरे नंबर पर है।