1958 एशियाई गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य बलबीर सिंह जूनियर का मंगलवार को निधन हो गया। बलबीर सिंह जूनियर ने 88 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बलबीर सिंह जूनियर की बेटी मंदीप सामरा ने इस बात की जानकारी दी। बलबीर सिंह जूनियर अपनी पत्नी, बेटी और बेटे के साथ रह रहे थे। मंदीप ने कहा, 'मेरे पिता का रविवार की सुबह दिल का दौरा पड़ने से नींद में निधन हो गया।' बलबीर सिंह जूनियर के बेटे कनाडा में स्थायी है और कोरोना वायरस महामारी के कारण वह पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाया।
बलबीर सिंह जूनियर का जन्म 2 मई 1931 को जालंधर के संसारपुर में हुआ। उन्हें भारतीय हॉकी की नर्सरी भी कहा जाता था। बलबीर सिंह जूनियर ने महान खिलाड़ियों बलबीर सिंह सीनियर, लेस्ली क्लॉडियस, प्रीतिपाल सिंह, बालकिशन और चार्ल्स स्टीफन के साथ खेला है। बलबीर सिंह जूनियर ने 6 साल की उम्र में ही हॉकी खेलना शुरू कर दिया था। उन्होंने जालंधर के लियालपुर खालसा कॉलेज में पढ़ाई की और पहली बार भारतीय हॉकी टीम में उनका चयन 1951 में हुआ। तब भारतीय टीम को अफगानिस्तान दौरे पर जाना था।
बलबीर सिंह जूनियर पंजाब राज्य हॉकी टीम का हिस्सा थे और साथ ही उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी टीम की कप्तानी भी की। बाद में बलबीर सिंह जूनियर ने भारतीय रेलवेज टीम के लिए खेला, जिसने यूरोपीय देशों जैसे स्पेन, स्विट्जरलैंड और इटली का दौरा किया था। टीम ने नीदरलैंड्स में टेस्ट मैच भी खेले थे। 1962 में बलबीर सिंह जूनियर आपातकालीन कमिश्नंड अधिकारी बनकर आर्मी से जुड़े। उन्होंने दिल्ली में राष्ट्रीय टूर्नामेंट्स में सर्विसेज हॉकी टीम के लिए खेला। बलबीर सिंह जूनियर 1984 में मेजर पद पर रिटायर्ड हुए और बाद में चंडीगढ़ में बस गए।
बलबीर सिंह जूनियर के निधन से हॉकी जगत में शोक की लहर
संन्यास के बाद बलबीर सिंह जूनियर ने गोल्फ खेलने में दिलचस्पी दिखाई। हॉकी इंडिया ने बलबीर सिंह जूनियर के निधन पर संवेदना प्रकट की। हॉकी इंडिया अध्यक्ष ज्ञानेंद्रो निंगोम्बाम ने कहा, 'हॉकी इंडिया की तरफ से मैं बलबीर सिंह जूनियर के परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं। भारतीय हॉकी में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा और हॉकी जगत उनके निधन पर मायूस है।'
पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बड़नोरे, जो संघ राज्य चंडीगढ़ के प्रशासक भी रहे, ने हॉकी खिलाड़ी के निधन पर शोक व्यक्त किया। बड़नोरे ने कहा कि बलबीर सिंह जूनियर ने कई अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप्स में भारत का प्रतिनिधित्व किया और खेल में अतुल्नीय योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।