भारत इस साल पुरुष हॉकी की एशियन चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी करेगा। हॉकी इंडिया की ओर से चेन्नई को इस प्रतियोगिता के लिए मेजबान चुना गया है। प्रतियोगिता का आयोजन 3 अगस्त से 12 अगस्त के बीच होगा। भारत के अलावा पाकिस्तान, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और चीन को इस टूर्नामेंट में खेलने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस प्रतियोगिता को सितंबर 2023 में प्रस्तावित एशियन गेम्स की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है।
हॉकी इंडिया की ओर से विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस आयोजन का ऐलान किया गया है जिसे एशियाई हॉकी फेडरेशन ने भी हरी झंडी दी है। चेन्नई में 15 सालों के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी मुकाबले देखने को मिलेंगे। आखिरी बार साल 2007 में चेन्नई में हॉकी एशिया कप का आयोजन किया गया था।
देश में हॉकी विशेषज्ञ और फैंस इसे अच्छा कदम बता रहे हैं क्योंकि पिछले काफी समय से ओडिशा में ही हॉकी के अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले जा रहे हैं। चेन्नई को बतौर मेजबान चुने जाने से इस खेल के प्रति लोगों की रुचि देश के अलग-अलग शहरों में भी बढ़ेगी। भारत पहली बार इस टूर्नामेंट का आयोजन करेगा।
एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन सबसे पहले साल 2011 मे किया गया था। प्रतियोगिता में एशिया की टॉप 6 हॉकी टीमें हिस्सा लेती हैं। भारत ने 2011 में पाकिस्तान को हराकर पहला खिताब जीता था। इसके बाद 2016 में भी भारतीय टीम विजयी रही। पाकिस्तान ने साल 2012 और 2013 के संस्करण में ट्रॉफी हासिल की।
2018 के संस्करण में भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में पहुंची लेकिन भारी बारिश के कारण यह मुकाबला नहीं हो पाया और दोनों देशों को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। 2021 में हुई चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण कोरिया ने खिताब अपने नाम किया और भारत या पाकिस्तान के अलावा पहली बार कोई देश इस खिताब को जीतने में कामयाब रहा।