हॉकी इंडिया ने भारतीय पुरुष हॉकी टीम के नए हेड कोच के नाम की घोषणा कर दी है। पूर्व दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी क्रेग फल्टन को यह जिम्मेदारी दी गई है। 10 मार्च से भारत को FIH हॉकी प्रो लीग में राउरकेला में मुकाबले खेलने हैं और ऐसे में फल्टन के नाम की घोषणा सही समय पर हुई है। गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले हॉकी इंडिया ने तीन अंतरिम कोच नामित किए थे, लेकिन अब फल्टन के रूप में टीम को स्थाई कोच मिल गया है।
हॉकी इंडिया के आधिकारिक बयान के मुताबिक 48 साल के फल्टन पिछले 2 दशकों से भी अधिक समय से बतौर कोच अलग-अलग टीमों के साथ अपनी सेवाएं दे रहे हैं। साल 2014 से 2018 के बीच वह आयरलैंड की राष्ट्रीय टीम के कोच रह चुके हैं। फल्टन की देखरेख में आयरलैंड ने साल 2016 के रियो ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया था। आयरलैंड अपने 100 साल के इतिहास में इससे पहले कभी भी ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई थी। फल्टन को इस उपलब्धि के लिए FIH की ओर से वर्ष का सर्वश्रेष्ठ कोच भी चुना गया था।
यही नहीं, फल्टन ने आयरलैंड के साथ करार समाप्त होने के बाद बेल्जियम की टीम के साथ बतौर असिस्टेंट कोच भी सेवाएं दी हैं। उनके कार्यकाल के दौरान ही बेल्जियम ने 2018 में हॉकी का विश्व कप जीता था और 2020 टोक्यो ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल हासिल करने में कामयाबी पाई थी। इसके साथ ही वह अभी तक बेल्जियम में होने वाली बेल्जियम लीग का मौजूदा सीजन जीतने वाली टीम के कोच के रूप में अभी तक काम कर रहे थे।
बतौर खिलाड़ी फल्टन ने कुल 195 मैचों में दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व किया है। साल 1996 और 2004 के ओलंपिक खेलों में भी वह बतौर खिलाड़ी भाग ले चुके हैं। ऐसे में फल्टन का पुराना रिकॉर्ड भारतीय टीम के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है। जनवरी 2023 में हॉकी विश्व कप के दौरान भारतीय टीम चौंकाने वाले अंदाज में क्वार्टर-फाइनल से पहले ही बाहर हो गई थी, जिसके बाद टीम ने टूर्नामेंट 9वें स्थान पर रहते हुए समाप्त किया। इसके बाद ग्राहम रीड ने बतौर हेड कोच इस्तीफा दे दिया था और तब से ही नए कोच की तलाश शुरु हो गई थी।