टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम को FIH प्रो हॉकी लीग के मुकाबले में फ्रांस के हाथों 5-2 से करारी हार का सामना करना पड़ा है। हैरानी की बात ये है कि टीम ने चार दिन पहले ही फ्रांस को 5-0 से हराया था। ऐसे में इस हार के बाद टीम कप्तान सहित मैनेजमेंट को भी तगड़ा झटका लगा है। कप्तान मनप्रीत सिंह ने भी टीम ने अच्छे मौकों को भुनाने में काफी गलतियां की।
आखिरी क्वार्टर में बेहद खराब खेल
मैच की शुरुआत से लेकर अंत तक फ्रांस की टीम ने भारत के खिलाफ मजबूत अटैक बनाए रखा जिस वजह से वो 5 गोल करने में कामयाब रहे। फ्रांस के लिए विक्टर चार्लट ने 16वें मिनट में गोल करके खाता खोला। जर्मनप्रीत सिंह ने 22वें मिनट में गोल कर भारत को 1-1 से बराबरी पर ला दिया। इसके बाद फ्रांस ने 35वें मिनट में गोल कर टीम को 2-1 की बढ़त दिलाई। भारतीय टीम ने आखिरी क्वार्टर में बेहद खराब खेल दिखाया। चौथे क्वार्टर में फ्रांस की टीम 3 गोल दागने में कामयाब रही जिसमे चार्ल्स मैसन ने 48वें मिनट में गोल दागा तो मैच खत्म होने से दो मिनट पहले फ्रांस ने 59वें और 60वें मिनट में गोल दागकर भारत की हार पक्की कर दी। भारत के लिए दूसरा गोल 57वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह की स्टिक से आया।
अच्छे मौके गंवाए : कप्तान
टीम की अप्रत्याशित हार पर कप्तान मनप्रीत सिंह ने निराशा जताई और माना कि उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया गया। भारतीय टीम ने मिले मौकों को गोल में नहीं बदला जबकि फ्रांस ने इसमें कामयाबी पाई। भारतीय टीम अब 13 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगी। इसके बाद 26 और 27 फरवरी को टीम का सामना स्पेन से होगा। फिलहाल टीम इंडिया लीग प्वाइंट टेबल में टीम 2 जीत और 1 हार के साथ चौथे नंबर पर है। इंग्लैंड पहले, अर्जेंटीना दूसरे और नीदरलैंड तीसरे नंबर पर है।
क्या है प्रो हॉकी लीग
अंतर्राष्ट्रीय हॉकी संघ की ओर से साल 2019 में FIH Pro Hockey League की शुरुआत की गई जिसमें टॉप 9 -9 महिला और पुरुष टीमों को शामिल कर उनके बीच कुछ महीनों में मुकाबले कराए जाते हैं और इन मैचों के नतीजों के आधार पर प्वाइंट टेबल में स्टैंडिंग तैयार की जाती है। अंक तालिका में सीजन के अंत पर टॉप पर रहने वाली टीम लीग की विजेता होती है जबकि आखिर में आने वाली टीम अगले सीजन के लिए बाहर हो जाती है और एक नए देश को अगले सीजन के लिए एंट्री मिलती है।
भारतीय टीम ने 2020-21 के सीजन में चौथा स्थान हासिल किया था।