भारतीय हॉकी टीम के कोच ग्राहम रीड ने इस्तीफा दे दिया है। ओडिशा में हाल ही में संपन्न हुए 15वें हॉकी विश्व कप में भारत के निराशाजनक तरीके से नॉकआउट से पहले ही बाहर होने के बाद संभावना जताई जा रही थी कि रीड यह पद छोड़ देंगे। हालांकि अपने कार्यकाल में रीड ने टीम में नई ऊर्जा भरी और टोक्यो ओलंपिक 2021 में ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई। यही कारण है कि रीड के इस्तीफे के बाद हॉकी फैंस निराश दिख रहे हैं।
माना जा रहा है कि भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें हटने पर मजबूर किया गया है। हालांकि इस बारे में कुछ भी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आया है। भारतीय टीम ने विश्व कप में ग्रुप स्टेज में दो मैच जीते और एक ड्रॉ खेला था।
लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ क्रॉसओवर मुकाबले में भारत को पेनेल्टी शूटआउट के दौरान सडन डेथ में हार मिली जिस कारण टीम विश्व कप क्वार्टर-फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई। इसके बाद टीम की काफी आलोचना हुई थी, लेकिन ग्राहम रीड पर गाज गिरना कई लोगों को अटपटा लग रहा है।
रीड ऑस्ट्रेलियन मूल के हैं और बतौर डिफेंडर 1992 में बार्सिलोना ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा रह चुके हैं। बतौर कोच साल 2019 से वह भारतीय टीम के साथ थे और उनके निर्देशन में भारतीय टीम का अटैकिंग रूप सभी को देखने को मिला।
2021 में टोक्यो ओलंपिक के दौरान टीम इंडिया ने बेहतरीन प्रदर्शन कर कांस्य पदक जीता और ओलंपिक में 41 सालों का सूखा खत्म किया। रीड की देखरेख में ही भारतीय टीम FIH रैंकिंग में तीसरे स्थान तक पहुंची, FIH प्रो लीग में टॉप 3 में रही और कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता।
रीड अपने बेबाक अंदाज के लिए भी जाने जाते रहे हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स के फाइनल में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुरी तरह हार गई थी जिसके बाद रीड ने टीम को बुरी तरह लताड़ लगाई थी। रीड ने हॉकी विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भी बिना शब्द दबाए टीम की ओर से चौथे क्वार्टर में की गई गलतियों को भी सभी के सामने रखा।
रीड का अंदाज सभी को पसंद आता रहा है। लेकिन अब भारत के सामने एशियन गेम्स के साथ ही अगले साल होने वाले पेरिस ओलंपिक की भी चुनौती है और ऐसे में इतने दमदार कोच का चले जाना टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता है।