भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 9वें स्थान पर रहते हुए FIH हॉकी विश्व कप का अभियान खत्म किया। टीम इंडिया ने 9वें स्थान के लिए हुए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका पर 5-2 से जीत दर्ज की। टीम के लिए दूसरे क्वार्टर को छोड़ हर क्वार्टर में गोल आए। हालांकि आखिरी क्वार्टर में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने भारतीय डिफेंस की कड़ी परीक्षा ली, लेकिन आखिरकार भारत जीत दर्ज करने में कामयाब रहा।
राउरकेला में हुए मुकाबले में मैच का पहला गोल चौथे ही मिनट में अभिषेक की हॉकी स्टिक से आया। 11वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और भारत की बढ़त 2-0 कर दी। दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमें गोल करने में नाकामयाब रहीं। तीसरे क्वार्टर के खत्म होने से थोड़ी देर पहले शमशेर ने गोल कर स्कोर 3-0 कर दिया।
आखिरी क्वार्टर में दोनों टीमों का अटैक जोरदार रहा। भारत को 48वें मिनट में आकाशदीप सिंह का गोल मिला तो दक्षिण अफ्रीका के लिए म्वीम्बी समकेलो ने गोल दागा। 58वें मिनट में सुखजीत सिंह ने फील्ड गोल किया लेकिन अगले ही मिनट में दक्षिण अफ्रीका को पेनेल्टी स्ट्रोक मिला और उन्होंने अपना दूसरा गोल दागा। फुल टाइम पर भारतीय टीम 5-2 से जीत गई। भारत ने अर्जेंटीना के साथ 9वां स्थान हासिल किया है। अर्जेंटीना ने अपने मैच में वेल्स को 6-0 से बुरी तरह हराया।
भारत का विश्व कप में शुरुआती अभियान तो ठीक रहा था और टीम ने ग्रुप स्टेज में दो जीत और एक ड्रॉ के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था। लेकिन टीम क्वार्टर-फाइनल के लिए हुए क्रॉस ओवर मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ पेनेल्टी शूटआउट में हार गई और खिताब की दौड़ से बाहर हो गई। साल 1975 में इकलौती बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम उसके बाद कभी भी सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंची। पिछले विश्व कप में टीम क्वार्टर-फाइनल तक पहुंची थी।
विश्व कप में आज शाम तीसरे स्थान के मैच में नीदरलैंड्स और ऑस्ट्रेलिया का सामना होगा। दोनों ही टीमें 3-3 बार विश्व कप जीत चुकी हैं। जबकि फाइनल में गत चैंपियन बेल्जियम की टीम जर्मनी का सामना करेगी।