युवा विवेक सागर प्रसाद के दो गोल की बदौलत भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने अपने यूरोप दौरे की शानदार शुरूआत की और जर्मनी को 6-1 से रौंद दिया। कोरोना वायरस महामारी के कारण करीब एक साल से ज्यादा समय तक एक्शन से दूर रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने इंटरनेशनल स्तर पर जोरदार वापसी की। भारत की तरफ से विवेक सागर प्रसाद (27वें और 28वें मिनट), नीलाकांत शर्मा (13वें), ललित कुमार उपाध्याय (41वें), आकाशदीप सिंह (42वें) और हरमनप्रीत सिंह (47वें मिनट) ने मैच में गोल दागे।
भारतीय टीम ने शुरूआत से ही आक्रामक रवैया अपनाया और वह जीत के लिए लालायित नजर आई। भारतीय टीम ने शुरूआत से ही जर्मनी पर दबाव बनाया। इसका फायदा भारत को 13वें मिनट में मिला जब उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला। मिडफील्डर नीलाकांत ने मेहमान टीम की तरफ से गोल दागकर भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि, जर्मनी ने अगले मिनट में कोंसटेनटिन स्टैब के गोल की बदौलत स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया।
दूसरे क्वार्टर में जर्मनी ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की और शुरूआती मिनटों में एक के बाद एक दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। भारतीय टीम ने शानदार बचाव करते हुए जर्मनी को गोल करने से रोक दिया। इसके बाद विवेक सागर प्रसाद ने 27वें और 28वें मिनट में शानदार गोल दागकर भारत को 3-1 से आगे कर दिया।
भारतीय टीम के सामने जर्मनी हुआ पस्त
तीसरे क्वार्टर में मेजबान टीम ने एक बार फिर अपने हमले तेज किए और छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए। हालांकि, भारतीय टीम के कप्तान पीआर श्रीजेश गोलपोस्ट के आगे दीवार की तरह खड़े रहे और जर्मनी को एक बार भी गेंद जाली में नहीं भेदने दी। इसके बाद भारत ने अपने आक्रमण तेज किए और ललित व आकाशदीप ने क्रमश: 41वें व 42वें मिनट में शानदार गोल दागे। दुनिया की नंबर-4 भारतीय टीम इस समय तक ड्राइविंग सीट पर पहुंच चुकी थी।
फिर 47वें मिनट में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला और हरमनप्रीत सिंह ने बेहतरीन फ्लिक जमाकर भारत को 6-1 के स्कोर पर पहुंचा दिया। दबाव में जर्मनी की टीम बिखर चुकी थी और उसने वापसी करने के कई प्रयास किए, लेकिन भारत के सामने उसकी एक न चली और मेहमान टीम ने मुकाबला अपने नाम किया। बता दें कि जर्मनी ने अतिरिक्त आक्रमण करने के लिए एक समय गोलकीपर को बाहर बैठा दिया था, लेकिन तब भी भारतीय टीम ने उसे गोल नहीं करने दिया।
जीत के बाद भारतीय कप्तान पीआर श्रीजेश ने कहा, 'इतने लंबे समय के बाद खेलने में बहुत उत्साहित महसूस हुआ और कोच की हमें सलाह थी कि शुरूआत से ही आक्रामक होकर खेलना है व अपने खेल का पूरा आनंद लेना है। हमने वैसा ही किया। यह वही जर्मन टीम थी, जिसने एफआईएच हॉकी प्रो लीग मैच खेले थे और मुझे महसूस हुआ कि हमने तगड़ी टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया।'
भारतीय टीम के कप्तान पीआर श्रीजेश ने आगे कहा, 'हमने व्यक्तिगत शैली पर काफी काम किया और जर्मनी के खिलाफ हमारी कैंप में ही तैयार थी। हमें बस इसका अच्छे से पालन करना था और जीत के साथ वापसी करने पर पूरी टीम बहुत खुश है।' भारत और जर्मनी के बीच अब अगला मुकाबला मंगलवार को होगा।