भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर जूनियर एशिया कप हॉकी का खिताब अपने नाम कर लिया है। फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से मात दी। यह भारत का लगातार तीसरा और इस टूर्नामेंट का कुल चौथा खिताब है। भारत ने तीसरी बार प्रतियोगिता के फाइनल में पाकिस्तान को हराया है।
ओमान के सलालाह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए फाइनल मैच में भारत के लिए 13वें मिनट में अंगद सिंह ने गोल कर खाता खोला। इसके बाद अरिजीत सिंह ने 20वें मिनट में गोल कर टीम इंडिया को 2-0 से आगे कर दिया। पाकिस्तानी टीम ने वापसी की कोशिश की और 38वें मिनट में बशारत अली ने गोल कर टीम को राहत दिलाने का प्रयास किया। लेकिन यह नाकाफी रहा और चौथे क्वार्टर की समाप्ति पर टीम इंडिया चैंपियन बन गई।
पाकिस्तानी टीम 1988, 1992 और 1996 में लगातार तीन बार जूनियर एशियाई चैंपियन बनने के बाद से ही एक भी खिताब नहीं जीती है। खास बात यह है कि 1996 के फाइनल में उन्होंने भारत को हराया था। लेकिन उसके बाद से ही वह फाइनल में भारत को हराने में नाकामयाब रहे हैं। भारत ने साल 2004 में पाकिस्तान को हराकर पहली बार ट्रॉफी हासिल की थी। 2008 में भारतीय टीम दक्षिण कोरिया के खिलाफ विजयी रही। आखिरी बार 2015 में हुए टूर्नामेंट में भारत ने पाकिस्तान को मात देकर खिताब जीता था।
दक्षिण कोरिया ने तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में मलेशिया को 2-1 से हराते हुए मेडल हासिल किया। भारत, पाकिस्तान और दक्षिण कोरिया, तीनों ही टीमें इस परिणाम के जरिए साल के अंत में होने वाले FIH पुरुष हॉकी जूनियर विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही हैं। भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद से ही सोशल मीडिया पर टीम को लगातार बधाईयां प्राप्त हो रही हैं। फैंस समेत कई बड़ी हस्तियां भी टीम की जीत का जश्न मना रही हैं।