भारतीय महिला हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक 2024 में जगह बनाने से चूक गई है। रांची में खेले गए ओलंपिक क्वालिफायर में तीसरे स्थान के लिए हुए मुकाबले में जापान ने भारत को 1-0 से मात दी। इसके साथ ही रांची में हुए इस क्वालिफायर से जर्मनी, अमेरिका और जापान की टीमों ने पेरिस ओलंपिक के लिए निर्धारित तीन कोटा स्थान हासिल कर लिए। भारतीय टीम के पास मैच में कुछ बेहतरीन मौके थे लेकिन टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम में हुआ यह मुकाबला क्वालिफायर में तीसरे स्थान के लिए था। जर्मनी के हाथों भारतीय टीम को सेमीफाइनल में हार मिली थी जबकि दूसरे सेमीफाइनल में अमेरिका ने जापान को मात दी थी। जर्मनी ने अमेरिका को 2-0 से हराकर क्वालिफायर टूर्नामेंट अपने नाम किया।
तीसरे स्थान के लिए हुए मैच में जापान की काना उराता ने छठे मिनट में ही पेनेल्टी कॉर्नर को गोल में बदला और यह गोल निर्णायक रहा। सविता पुनिया की अगुवाई में खेल रही भारतीय टीम को 9 पेनेल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन टीम एक को भी गोल में तब्दील नहीं कर पाई।
फुल टाइम समाप्त होने पर भारतीय टीम के चेहरे पर नाकामी की निराशा साफ दिख रही थी। खास बात यह है कि जापान के खिलाफ भारतीय महिला टीम ने इससे पहले हुए पांच मुकाबलों में मात नहीं खाई थी। यही नहीं, FIH की रैंकिंग में भारतीय टीम छठे जबकि जापान की टीम 12वें स्थान पर है। लेकिन इन आंकड़ों से आगे निकलते हुए जापान की महिला टीम ने मजबूत डिफेंस के साथ मैच खेला और जीत अपने नाम की।
भारतीय हॉकी टीम ने पिछले ओलंपिक खेलों में सेमीफाइनल में जगह बनाई थी और क्वार्टरफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात देकर सभी को हैरान कर दिया था। लेकिन इस बार टीम अपने ही देश में क्वालिफायर में 10 देशों में से टॉप 3 में नहीं आ पाई और इसका मलाल टीम के साथ ही देश के सभी हॉकी प्रेमियों को है।
पेरिस ओलंपिक खेलों में महिला हॉकी की स्पर्धा में कुल 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं। मेजबान फ्रांस के अलावा चीन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड्स, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, जर्मनी, अमेरिका, जापान, बेल्जियम और स्पेन ने क्वालिफाय कर लिया है। 12वीं और अंतिम टीम का फैसला स्पेन में हो रहे क्वालिफायर से होगा जहां शनिवार को तीसरे स्थान के मैच के लिए ब्रिटेन और आयरलैंड की टीमें आमने-सामने होंगी। स्पेन में हो रहे क्वालिफायर से बेल्जियम और स्पेन की टीमों ने पहले ही पेरिस के लिए टिकट कटा लिया है।