सविता और राजानी ने मुझे मेरे खेल में मदद की: गोलकीपर बीचू

बीचू देवी खरिबम
बीचू देवी खरिबम

लकीपर बीचू देवी खरिबम का करियर तब से उदय होने लगा जब 2018 यूथ ओलंपिक्‍स में उन्‍होंने ध्‍यान आकर्षित करने वाला प्रदर्शन किया। भारत ने इस टूर्नामेंट में ऐतिहासिक सिल्‍वर मेडल जीता था। अगले साल डबलिन में चार देशों की जूनियर महिला आमंत्रण टूर्नामेंट में बीचू देवी को सर्वश्रेष्‍ठ गोलकीपर चुना गया और जल्‍द ही सीनियर टीम में उनकी एंट्री हुई। बीचू अब भारतीय टीम में जगह पाने के लिए सविता पूनिया और राजानी एटिमार्पु के साथ प्रतिस्‍पर्धा कर रही हैं। मगर 20 साल की मणिपुर की बीचू सीनियर टीम में अपनी भूमिका को लेकर शांत हैं और वरिष्‍ठ खिलाड़‍ियों के साथ ट्रेनिंग का पूरा मजा उठा रही हैं।

बीचू ने कहा, 'सविता दीदी और राजानी ने मेरी काफी मदद की। मैंने उनसे अपने संदेह के बारे में बातें की और वह मेरी मदद करके ज्‍यादा खुश हैं। वो तो मुझसे अपनी कमजोरी के बारे में पूछती हैं और जानना चाहती हैं कि कैसे इन खामियों को दूर करें जबकि सीनियर स्‍तर पर मैं तो नई खिलाड़ी हूं। वो मेरे साथ बहन और दोस्‍तों जैसा व्‍यवहार करती हैं। वह मुझे काफी प्‍यार देती हैं और मैं इन लोगों की काफी इज्‍जत करती हूं।'

ओलंपिक गेम्‍स के लिए ट्रेनिंग कर रही कोर संभावित समूह का हिस्‍सा बीचू समझती हैं कि यह उनके लिए प्रभाव बनाने का शानदार मौका है और वह बेहतरीन गोलकीपर बनने के लिए सभी गुणों पर पूरा जोर लगा रही हैं। बीचू ने कहा, 'मैं बस ओलंपिक्‍स के बारे में सोचकर ही बहुत उत्‍साहित हो जाती हूं क्‍योंकि यह बहुत बड़ा टूर्नामेंट है और मुझे इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। मैं सीनियर्स और कोच से मिल रही सभी तरह की सलाह का दबाव झेलने का प्रयास कर रही हूं।'

ज्‍यादा से ज्‍यादा ओलंपिक्‍स खेलना चाहती हैं बीचू

बीचू देवी को बहुत जरूरी मैच टाइम पिछले महीने अर्जेंटीना दौरे पर मिला था। भारतीय महिला हॉकी टीम दुनिया की नंबर-2 टीम के सामने जीत जरूर नहीं पाई, लेकिन प्रत्‍येक मैच में जिस तरह उन्‍होंने खेलने का जज्‍बा दिखाया, उसकी जमकर तारीफ हुई। बीचू ने कहा, 'अर्जेंटीना के खिलाफ खेलते समय पिच पर लौटकर बहुत अच्‍छा महसूस हुआ। हमने पूरी भावना और जुनून के साथ खेला। मैं इतने लंबे के बाद पहला मैच खेलने को लेकर थोड़ा घबराई हुई थी, लेकिन समय के बढ़ने के साथ-साथ मुझे अच्‍छा महसूस हुआ।'

बीचू ने आगे कहा, 'पहले हम अर्जेंटीना के खिलाफ बड़े अंतर से मात खाते थे, लेकिन मुझे लगता है कि हमारा डिफेंस पूरे दौरे के दौरा मजबूत रहा। मैंने वहां पूरे समय का आनंद उठाया।'

युवा बीचू के लिए टोक्‍यो ओलंपिक्‍स में खेलना सिर्फ शुरूआत है। उन्‍होंने भविष्‍य के लिए अपनी योजना तैयार कर रखी है। बीचू ने कहा, 'कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स, एशियाई गेम्‍स और ज्‍यादा से ज्‍यादा ओलंपिक्‍स में खेलना चाहती हूं।'

Edited by Vivek Goel