तीन बार ओलंपिक खेलों में हॉकी का गोल्ड मेडल जीत चुकी पाकिस्तानी हॉकी टीम पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने से चूक गई है। ओमान की राजधानी मस्कट में खेले गए FIH पुरुष ओलंपिक क्वालीफायर में तीसरे स्थान के लिए हुए अहम मैच में पाकिस्तानी टीम को न्यूजीलैंड ने 3-2 से मात दी और लगातार तीसरी बार टीम का ओलंपिक खेलने का सपना तोड़ दिया। पाक टीम साल 2016 और 2020 के ओलंपिक खेलों के लिए भी क्वालीफाई नहीं कर पाई थी।
पाकिस्तान की हार के साथ ही यह भी तय हो गया है कि पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में पुरुष हॉकी की स्पर्धा में भारत इकलौता एशियाई देश होगा। भारत ने पिछले साल हुए हांगझाओ एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर ओलंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई किया था। हालांकि भारतीय महिला टीम हाल ही में ओलंपिक क्वालिफिकेशन से चूक गई।
पाकिस्तान की हार के बाद उनके फैंस सोशल मीडिया पर अपने देश में हॉकी फेडरेशन की हालत पर सवाल उठा रहे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ी भी मैदान पर ही रोते दिखाई दिए। पाकिस्तानी हॉकी टीम साल 1960, 1968 और 1984 में हुए ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल जीत चुकी है।
इसके अलावा यह टीम तीन बार सिल्वर और दो बार ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर चुकी है। साल 2012 में हुए लंदन ओलंपिक में टीम ने भाग लेते हुए 7वां स्थान पाया था। यह टीम का आखिरी ओलंपिक था।
कुल 12 टीमें लेंगी हिस्सा
पेरिस ओलंपिक खेलों में होने वाली पुरुष हॉकी स्पर्धा में कुल 12 टीमें हिस्सा ले रही हैं। मेजबान फ्रांस को खेलों में सीधे एंट्री मिली है। ऑस्ट्रेलिया ने ओशियाना कप जीतकर ओलंपिक्स में जगह बनाई। इनके अलावा भारत, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड्स ने भी अपने महाद्वीपीय गेम्स जीतकर क्वालीफाई किया। स्पेन में हुए क्वालीफायर के जरिए बेल्जियम, स्पेन और आयरलैंड की टीमों ने ओलंपिक में जगह बनाई जबकि मस्कट में हुए क्वालीफायर के जरिए जर्मनी, ग्रेट ब्रिटेन और न्यूजीलैंड ने अपना ओलंपिक का टिकट कटाया।