भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने मंगलवार को कहा कि उसने ऑस्ट्रेलियाई डेविड जॉन के हॉकी इंडिया के हाई परफॉर्मेंस निदेशक पद से इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। डेविड जॉन ने 18 अगस्त को तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफा दिया था। डेविड जॉन ने भारत में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के चलते स्वास्थ्य सुरक्षा चिंता का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था। साई ने कहा, 'डेविड जॉन ने भारत में मौजूदा कोविड-19 स्थिति में निजी स्वास्थ्य चिंता का हवाला दिया और ऑस्ट्रेलिया लौटने की इच्छा जताई।'
बता दें कि सूत्रों से पहले जानकारी मिली थी कि डेविड जॉन ने इसलिए इस्तीफा दिया था क्योंकि उन्हें रोजाना दिल्ली में हॉकी इंडिया के ऑफिस में रिपोर्ट करने को कहा गया और कोरोना वायरस महामारी के बीच भारत के ट्रेनिंग सेंटर्स में यात्रा करने कहा गया। सूत्र ने कहा, 'डेविड जॉन रोजाना ऑफिस और देश के अन्य शहरों में यात्रा करने में सहज महसूस नहीं कर रहे थे क्योंकि उन्हें स्वास्थ्य का खतरा था। इस मामले में विचार संबंधी विभिन्नताएं थी और इसके चलते डेविड जॉन ने इस्तीफा दिया।'
डेविड जॉन के इस्तीफे का कारण कुछ और तो नहीं?
हालांकि, सूत्रों की मानें तो डेविड जॉन का हाल ही में साई ने अनुबंध बढ़ाया था, लेकिन राष्ट्रीय महासंघ के शीर्ष अधिकारियों के साथ परेशानियों के चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है। हाल ही में साई ने डेविड जॉन का अनुबंध सितंबर 2021 तक के लिए बढ़ाया था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई ने इस्तीफा देना ठीक समझा और हॉकी इंडिया द्वारा लंबे समय तक किनारे किए जाने की शिकायत की। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक डेविड जॉन सिस्टम को खुद को बाहरी महसूस कर रहे थे और इसी वजह से वो टूर्नामेंट के विचार से पहले सभी व्हाट्सऐप ग्रुप से बाहर हो गए। एक सूत्र ने पीटीआई से कहा, 'डेविड जॉन लंबे समय से निराश थे क्योंकि हॉकी इंडिया उन्हें लगातार नजरअंदाज कर रही थी। हॉकी इंडिया के शीर्ष अधिकारी महत्वपूर्ण टीम फैसले में डेविड जॉन को हिस्सा बनाने की अनदेखी कर रहे थे। डेविड जॉन टीम फैसलों में शामिल नहीं थे और सिर्फ कोच व खिलाड़ियों को ऑनलाइन क्लास देने में रह गए थे, जो उन्हें रास नहीं आ रहा था। कोविड-19 महामारी के कारण पांच महीने के ब्रेक ने डेविड जॉन को यह फैसला लेने की शक्ति दी।'
डेविड जॉन के महत्वपूर्ण योगदान
डेविड जॉन को 12,000 यूएस डॉलर मासिक वेतन के रूप में दिया जाता था। मार्च के बीच महीने में कोरोना वायरस महामारी के कारण डेविड जॉन दिल्ली में अपने घर से काम कर रहे थे। डेविड जॉन 2011 से भारतीय हॉकी से जुड़े हैं। डेविड जॉन की सबसे पहले नियुक्ति पुरुष टीम के फिजियो के रूप में हुई थी, तब कोच माइकल नोब्स थे। भारतीय टीम की फिटनेस स्तर सुधारने का बड़ा श्रेय पाने वाले डेविड जॉन ने 2012 में लंदन ओलंपिक्स के बाद अपने पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन फिर 2016 में वह बड़े पद यानी हाई परफॉर्मेंस निदेशक के पद पर लौटे थे।