भारत के लिए डिफेंडर रुपिंदर पाल सिंह ने 17वें और 27वें मिनट में दो गोल किए। रुपिंदर ने यह दोनों ही गोल पेनाल्टी कॉर्नर पर दागे। रुपिंदर के अलावा एस. वी. सुनील ने 48वें मिनट में और तलविंदर सिंह ने 60वें मिनट में एक-एक गोल किया। यह दोनों गोल मैच के आखिरी क्वार्टर में आए। भारतीय टीम ने आक्रामक शुरुआत की और पहले ही क्वार्टर में बढ़त हासिल करने के कई मौके बनाए। भारत के तेज-तर्रार खेल के आगे किवी टीम शुरू से बैकफुट पर नजर आई। मैच के पहले ही मिनट में भारत पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रहा। हरमनप्रीत सिंह के फ्लिक पर एकबार फिर किवी खिलाड़ी शरीर अड़ा बैठे और भारत को दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिल गया। हालांकि न्यूजीलैंड की रक्षापंक्ति किसी तरह दोनों पेनाल्टी कॉर्नर बचाने में सफल रही। शानदार फॉर्म में चल रहे मंदीप सिंह ने कुछ ही देर बाद बेहद फुर्ती से किवी गोलपोस्ट पर हमला किया और दमदार शॉट खेला, लेकिन न्यूजीलैंड के गोलकीपर रिचर्ड जोयसे फिर से गोल होने से बचा ले गए। पहला क्वार्टर समाप्त होने से तीन मिनट पहले मनप्रीत सिंह और मंदीप सिंह ने बेहतरीन जुगलबंदी के साथ हमला किया, लेकिन गोल नहीं कर पाए। इसके साथ ही पहला क्वार्टर गोलरहित रहा। दूसरे क्वार्टर में आकाशदीप सिंह ने भारत के लिए तीसरा पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया। इस बार रुपिंदर ने कोई गलती नहीं की और भारत को बढ़त दिला दी। मंदीप सिंह और आकाशदीप सिंह के बीच एकबार फिर बेहतरीन जुगलबंदी देखने को मिली। दोनों गोल तो नहीं कर पाए, लेकिन पेनाल्टी कॉर्नर जरूर हासिल कर लिया। जोयसे ने फिर से रुपिंदर के फ्लिक पर बेहतरीन बचाव किया, लेकिन रेफरी ने भारत के पक्ष में एक और पेनाल्टी कॉर्नर दे दिया। इस बार रुपिंदर ने फिर से नीची शॉट लगाई और जोयसे को छकाते हुए भारत के लिए दूसरा गोल दागा। टूर्नामेंट में रुपिंदर का यह तीसरा गोल रहा। भारतीय टीम की रक्षापंक्ति ने भी इस मैच में दमदार प्रदर्शन किया और विपक्षी टीम को हमले करने के बेहद कम मौके दिए। मंदीप ने बेस लाइन पर न्यूजीलैंड के दो-दो डिफेंडरों को छकाते हुए सुनील के बेहतरीन स्क्वेयर पास दिया और सुनील ने भी अवसर न गंवाते हुए डिफेंडर कोरी बेनेट को छकाते हुए गेंद को गोल की दिशा दे दी। मैच के आखिरी मिनटों में अफ्फान युसूफ की पास पर कप्तान मनप्रीत गेंद को न्यूजीलैंड के गोलपोस्ट में भेजने में तो सफल रहे, लेकिन वीडियो रेफरल में पता चला कि गेंद मनप्रीत की हॉकी के पिछले हिस्से ले लगकर नेट में गई थी। इसलिए इस गोल को नकार दिया गया। हालांकि मनप्रीत से बेस लाइन से मिले पास पर तलविंदर ने अंतत: भारत के लिए चौथा गोल दाग ही दिया। भारत पिछले संस्करण में उप-विजेता रहा था, जहां फाइनल में उसे आस्ट्रेलिया ने 4-0 से मात दी थी। --आईएएनएस