Teams Who Should Retain Captains Ahead Of PKL 12: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) का 11वां सीजन समाप्त हुए लगभग एक महीना होने वाला है। यह सीजन काफी शानदार रहा जिसमें कई नए खिलाड़ियों के टैलेंट देखने को मिले। किसी भी ऐसे खेल में जहां कई सारे खिलाड़ी एक टीम में खेलते हों उसमें कप्तान की भूमिका काफी अहम होती है। खासतौर से कबड्डी जैसे खेल में जिसमें सोचने के लिए काफी कम समय मिलता हो वहां कप्तान काफी अहम हो जाता है। इसी कड़ी में एक नजर डालते हैं उन तीन टीमों पर जिन्हें PKL के अगले सीजन से पहले अपने कप्तानों को निश्चित तौर पर रिटेन करना चाहिए।
#3 जयदीप (हरियाणा स्टीलर्स)
हरियाणा ने लेफ्ट कवर डिफेंडर जयदीप दहिया को अपना कप्तान बनाया था। उनकी कप्तानी में ही टीम ने 11वें सीजन में फाइनल जीता और पहली बार चैंपियन बने थे। 21 मैच के बाद केवल 39 टैकल पॉइंट ले सके जयदीप का व्यक्तिगत प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। हालांकि, एक कप्तान के तौर पर वह अपनी टीम को बेहतरीन तरीके से एकजुट करने में सफल रहे।
कई बार गंभीर चोट लगने के बावजूद जयदीप मैदान पर डटे रहे जिससे उन्होंने अपनी टीम को साहस दिखाने का संदेश भी दिया। जयदीप युवा खिलाड़ी हैं और उनके साथ अन्य खिलाड़ियों की बॉन्डिंग बहुत अच्छी है। ऐसे में हरियाणा को अगले सीजन भी उन्हें कप्तान बनाए रखना चाहिए।
#2 सुनील कुमार (यू मुंबा)
अनुभवी डिफेंडर सुनील कुमार को यू मुंबा ने 11वें सीजन में खरीदा था और कप्तान बनाया था। टीम ने उन्हें जो उद्देश्य से लेकर कप्तान बनाया था वह लगभग पूरा भी हुआ। मुंबा ने प्लेऑफ में अपनी जगह बनाई। उनके लिए सीजन काफी उतार- चढ़ाव भरा रहा, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने प्लेऑफ तक का सफर तय किया। इसमें सुनील की कप्तानी की काफी अहम भूमिका रही। लीग के सबसे सफल कप्तान सुनील जिस भी टीम में जाते हैं उसे काफी अच्छे से लीड करते हैं।
#1 आशू मलिक (दबंग दिल्ली)
नवीन कुमार के चोटिल होने के बाद आशू मलिक ने जिस तरह से दबंग दिल्ली को लीड किया है वह काबिलेतारीफ है। लगातार दो सीजन में उन्होंने 250 से अधिक रेट पॉइंट्स लिए हैं और दिल्ली के बेस्ट रेडर रहे हैं। आशू ऐसे कप्तान हैं जो खुद आगे बढ़कर कठिन कार्य करना पसंद करते हैं। वह टीम के लिए ऐसे उदाहरण सेट करते हैं जिसे देखकर अन्य खिलाड़ियों का बेस्ट अपने आप निकलने लगता है। ऐसे में दिल्ली को कप्तानी में कोई फेरबदल नहीं करना चाहिए।