4 Captains Poor Performance In PKL 11 : प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के 11वें सीजन में कई सारे रोमांचक मुकाबले हुए हैं। अभी तक जितने भी मैच हुए हैं, उसमें ऐसा नहीं है कि केवल बड़े खिलाड़ियों ने ही शानदार प्रदर्शन किया है। कई सारे नए और युवा खिलाड़ियों ने भी अपने परफॉर्मेंस से काफी प्रभावित किया है। पटना पाइरेट्स के देवांक इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, जिन्होंने एक ही मैच में 25 प्वॉइंट हासिल किए थे।
पीकेएल की हर एक टीम में कप्तानों के ऊपर भी काफी निगाहें रहती हैं। अगर कप्तान बेहतर करता है तो इससे पूरी टीम प्रेरित होती है लेकिन इस सीजन कुछ कप्तान ऐसे रहे हैं जो उतना बेहतर नहीं कर पाए हैं। हम आपको ऐसे ही चार कप्तानों के बारे में बताते हैं।
4.शुभम शिंदे (पटना पाइरेट्स)
पटना पाइरेट्स ने इस सीजन शुभम शिंदे को कप्तानी सौंपी है लेकिन वो बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं। पटना ने दो मैच खेला है, जिसमें से एक मैच में उन्हें जीत मिली है और एक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। शुभम शिंदे के प्रदर्शन की अगर बात करें तो 2 मैचों में वो केवल 4 ही प्वॉइंट ले पाए हैं। उन्होंने पांच रेड भी किया है लेकिन एक भी प्वॉइंट नहीं ले सके हैं।
3.नीरज कुमार (गुजरात जायंट्स)
राइट कॉर्नर स्पेशलिस्ट नीरज कुमार इस सीजन गुजरात जायंट्स के कप्तान हैं। नीरज की अगुवाई में टीम ने अभी तक दो मैच खेले हैं, जिसमें से एक मैच में जीत मिली है और एक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि नीरज का खुद का प्रदर्शन काफी खराब रहा है। वो इन दो मैचों में अभी तक अपना खाता तक नहीं खोल पाए हैं। उनके नाम जीरो प्वॉइंट दर्ज है।
2.असलम ईनामदार (पुनेरी पलटन)
असलम ईनामदार की कप्तानी में पुनेरी पलटन ने शानदार खेल दिखाया है। टीम ने अभी तक 4 मैच खेले हैं, जिसमें से उन्हें तीन मैचों में जीत मिली है और सिर्फ एक ही मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि असलम ईनामदार अभी तक इन चार मैचों में एक भी सुपर-10 नहीं लगा पाए हैं। उन्होंने 23 प्वॉइंट जरूर लिए हैं लेकिन सुपर-10 नहीं लगा सके हैं।
1.सुनील कुमार (यू-मुम्बा)
पीकेएल के 11वें सीजन के लिए यू-मुम्बा ने सुनील कुमार को अपना कप्तान बनाया था। उनकी कप्तानी में टीम का प्रदर्शन इस सीजन मिला-जुला रहा है। यू-मुम्बा ने तीन में से एक मैच जीता है, एक हारा है और एक मुकाबला टाई रहा है। हालांकि कप्तान सुनील कुमार जरूर फ्लॉप रहे हैं। वो तीन मैचों में सिर्फ 5 ही टैकल प्वॉइंट हासिल कर पाए हैं।