Teams winning PKL after Losing final: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के 11वें सीजन का खिताब हरियाणा स्टीलर्स ने जीता है। पिछले सीजन भी हरियाणा ने फाइनल खेला था, लेकिन उन्हें हार मिली थी। हालांकि, इस बार मनप्रीत सिंह की टीम ने कोई गलती नहीं की और फाइनल में लगभग एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की। यह कोई पहला मौका नहीं था जब PKL में पिछले सीजन उपविजेता रहने के बाद कोई टीम अगले सीजन जाकर चैंपियन बनी है। इसी कड़ी में आइए एक नजर डालते हैं उन चार टीमों पर जो एक सीजन में उपविजेता रहने के बाद अगले ही सीजन में PKL की चैंपियन बनी हैं।
#4 Pro Kabaddi League के पहले दो सीजन में यू मुम्बा ने किया था सबसे पहले यह कारनामा
2014 में जब PKL का पहला सीजन खेला गया था तब जयपुर पिंक पैंथर्स ने फाइनल में यू मुम्बा को हराया था। हालांकि, यू मुम्बा ने अगले ही सीजन चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था। जयपुर के खिलाफ पहले सीजन का फाइनल 35-24 से गंवाने के बाद अनूप कुमार की कप्तानी वाली ने अगले साल फाइनल में बेंगलुरु बुल्स को 36-30 के अंतर से हराया था।
#3 दबंग दिल्ली
2019 में Pro Kabaddi League के सातवें सीजन में दबंग दिल्ली की टीम फाइनल तक गई थी। यह पहला सीजन था जब दिल्ली की टीम ने इतना अच्छा खेल दिखाया था और ट्रॉफी के इतने करीब पहुंचे थे। हालांकि, फाइनल में उन्हें मनिंदर सिंह की कप्तानी वाली बंगाल वॉरियर्स ने 39-34 के अंतर से हराया था।
इसी सीजन नवीन कुमार को नवीन एक्सप्रेस बनते हुए देखा गया था और इसका फायदा अगले ही सीजन दिल्ली को मिला। अगले सीजन के फाइनल में जोगिंदर नरवाल की कप्तानी में दिल्ली ने पटना पाइरेट्स को केवल एक पॉइंट के अंतर से फाइनल में हरा दिया था।
#2 पुनेरी पलटन
2022 में खेले गए नौवें सीजन में पुनेरी पलटन को फाइनल में जयपुर पिंक पैंथर्स ने 33-29 के अंतर से हराया और दूसरी बार चैंपियन बने। हालांकि, पुनेरी ने अपनी कोर टीम बनाए रखी और अगले ही सीजन चैंपियन बने। 10वें सीजन के फाइनल में पुलटन ने हरियाणा स्टीलर्स को फाइनल में 28-25 के अंतर से हराया था।
#1 हरियाणा स्टीलर्स
10वें सीजन में हरियाणा स्टीलर्स ने एलिमिनेटर में गुजरात जायंट्स और सेमीफाइनल में पिछले सीजन की चैंपियन जयपुर पिंक पैंथर्स को हराया था। हालांकि, इसके बाद फाइनल में उन्हें पुनेरी पलटन ने करीबी मुकाबले में हरा दिया। इस सीजन हरियाणा ने टेबल टॉप किया और सेमीफाइनल में यूपी योद्धा को हराया। फाइनल में उन्होंने पटना पाइरेट्स को हराते हुए खिताब जीता।