Rishank Devadiga All Time Playing 7: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के 11वें सीजन में कमेंट्री कर रहे दिग्गज खिलाड़ी रिशांक देवाडिगा ने हाल ही में अपनी ऑलटाइम PKL प्लेइंग 7 का चयन किया है। उन्होंने अपनी टीम का कप्तान अनूप कुमार को बनाया है और इस बीच उनकी 7 में परदीप नरवाल-पवन सेहरावत जैसे खिलाड़ियों को जगह नहीं मिली है।
डू ऑर डाई स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर रिशांक ने Pro Kabaddi League के पहले 8 सीजन में अपनी रेडिंग का जलवा दिखाया। इस बीच वो यू मुम्बा के लिए खेलते हुए चैंपियन भी बने थे। रिशांक देवाडिगा PKL 11 के लिए स्टार स्पोर्ट्स की कमेंट्री टीम का हिस्सा हैं और हाल ही में उन्होंने Sportskeeda को इंटरव्यू दिया।
इस दौरान रिशांक से उनकी ऑलटाइम प्लेइंग 7 चुनने के लिए कहा, तो उन्होंने अपनी खास प्लेइंग 7 में तीन रेडर्स और 4 डिफेंडर्स को जगह दी है। रिशांक की टीम में रविंदर पहल और मोहम्मदरेज़ा शादलू कॉर्नर, सुनील कुमार और मंजीत छिल्लर कवर और अनूप कुमार, असलम इनामदार और अर्जुन देशवाल तीन रेडर्स हैं। रिशांक द्वारा चुनी गई टीम में तीन खिलाड़ी इस समय PKL खेल रहे हैं।
रिशांक देवाडिगा द्वारा चुनी गई ऑलटाइम Pro Kabaddi League प्लेइंग 7 इस प्रकार है:
मोहम्मदरेज़ा शादलू (लेफ्ट कॉर्नर), अनूप कुमार (कप्तान और राइट रेडर), अर्जुन देशवाल (राइट रेडर), मंजीत छिल्लर (लेफ्ट कवर), सुनील कुमार (राइट कवर), असलम इनामदार (लेफ्ट रेडर) और रविंदर पहल (राइट कॉर्नर)।
Pro Kabaddi League में कमेंट्री करने को लेकर रिशांक देवाडिगा ने क्या कहा?
रिशांक देवाडिगा आखिरी बार Pro Kabaddi League में सीजन 8 में बंगाल वॉरियर्स के लिए खेलते हुए दिखाई दिए थे। इस बीच वो कमेंट्री कर रहे हैं। वो पिछले दो-तीन सीजन से बतौर एनालिस्ट दिखाई दे रहे हैं और बतौर कमेंटेटर वो जबरदस्त काम भी कर रहे हैं। रिशांक से जब Pro Kabaddi League में कमेंट्री के अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वो इसे काफी ज्यादा एंजॉय कर रहे हैं। इसके अलावा वो चाहते हैं कि जिस तरह वो कमेंट्री कर रहे हैं, उसी तरह आने वाले समय में और भी खिलाड़ी उन्हें ज्वाइन करें। रिशांक ने कहा,
"मुझे कमेंट्री करने में काफी मजा आ रहा है। मैंने हमेशा सोचा था कि जब मैं खेलना छोड़ूंगा, तो कमेंट्री करूंगा। मेरी जो खेल की समझ है, वो मैं सभी के साथ शेयर करना चाहता हूं और मुझे यह मौका मिला है। मुझे ज्यादा चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। कबड्डी के ज्यादातर खिलाड़ी माइक और कैमरे के सामने ज्यादा सहज होते नहीं हैं। मुझे भी अब 2-3 सीजन हो गए हैं, तो मैं अब काफी ज्यादा कंफर्टेबल हो गया हूं। किसी ना किसी को तो शुरुआत करनी ही चाहिए और मैंने अब पहल की है। मैं चाहता हूं कि आने वाले समय में दूसरे खिलाड़ी भी जुड़ेंगे तो काफी मजा आएगा।"