Rishank Devadiga picks Top 6 teams: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League) के 11वें सीजन में इस समय सभी टीमों के बीच प्लेऑफ में पहुंचने की लड़ाई देखने को मिल रही है। 12 टीमों में से सिर्फ 6 ही टीमें अगले दौर में जाने वाली हैं और कई टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। इस बीच रिशांक देवाडिगा ने प्लेऑफ को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है और अपनी टॉप 6 टीमों का खुलासा किया है।
रिशांक देवाडिगा Pro Kabaddi League के 11वें सीजन में बतौर कमेंटेटर नज़र आ रहे हैं और फैंस उनकी कमेंट्री का लुत्फ स्टार स्पोर्ट्स पर उठा रहे हैं। यूपी योद्धाज के पूर्व कप्तान ने Sportskeeda को इंटरव्यू दिया और जब उनसे Pro Kabaddi League 2024 के प्लेऑफ में पहुंचने वाली टीम को लेकर सवाल पूछा, तो उन्होंने बड़ी भविष्यवाणी करते हुए अपनी टॉप 6 टीमें बताई हैं।
रिशांक ने कहा,
"टॉप 6 के लिए इस समय कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। मुझे लग रहा है पहले स्थान पर हरियाणा स्टीलर्स रहने वाली है। उनके अलावा तेलुगु टाइटंस, पुनेरी पलटन, पटना पाइरेट्स, यू मुम्बा और यूपी योद्धाज टॉप 6 में अपनी जगह पक्की कर सकती हैं। इसके अलावा जयपुर पिंक पैंथर्स के पास भी चांस है, लेकिन मुझे लगता है कि लड़ाई काफी मुश्किल होने वाली है। 4-5-6 पोजिशन में लगातार बदलाव देखने को मिल सकते हैं और मेरे हिसाब से आने वाले हफ्ते में चीज़ें काफी हद तक साफ हो सकती हैं।"
Pro Kabaddi League 2024 में बड़े खिलाड़ियों को ड्रॉप करने को लेकर रिशांक देवाडिगा ने क्या कहा?
PKL 2024 कई मायनों में काफी अलग रहा है और टीम मैनेजमेंट ने अपने बड़े खिलाड़ियों को प्लेइंग 7 से ड्रॉप करने का भी फैसला लिया है। बंगाल वॉरियर्स ने मनिंदर सिंह, नितेश कुमार, तमिल थलाइवाज ने Pro Kabaddi League 2024 के सबसे महंगे खिलाड़ी सचिन तंवर, यूपी योद्धाज ने अपने कप्तान सुरेंदर गिल को ही प्लेइंग 7 से कई मौकों पर बाहर कर दिया।
रिशांक देवाडिगा से जब इसी बारे में पूछा गया तो उनका मानना है कि टीमों को बड़े खिलाड़ियों को ड्रॉप करने से अच्छा उनकी कमियों पर काम करना चाहिए। Pro Kabaddi League के दिग्गज खिलाड़ी के मुताबिक इससे टीम का संतुलन बिगड़ता है और प्लेयर्स पर दबाव आता है। रिशांक ने कहा,
"हम कमेंट्री में भी आपस में यह बात करते हैं कि जब टीम में इतने ज्यादा बदलाव होते हैं तो खिलाड़ियों के ऊपर दबाव आ जाता है। मैं भी जब खेलता था तो मेरे दिमाग में चलता था कि मुझसे कुछ गलती हुई तो कोच प्लेइंग 7 से बाहर कर सकते हैं। यह चीज़ जब खिलाड़ी के दिमाग में आती है, तो निश्चित तौर पर वो दबाव में आते हैं और इसका असर प्रदर्शन पर पड़ता है। मनिंदर सिंह, सचिन तंवर यह दिग्गज खिलाड़ी हैं और उन्होंने अपने आप को लगातार साबित किया है। लगातार बदलाव की वजह से उनके ऊपर दबाव आ गया है। वो जब खेल रहे हैं, तो उनमें डर दिख रहा है कि गलती नहीं हो जाए। मेरे हिसाब से टीम में इतने बदलाव नहीं होने चाहिए और इससे संतुलन बिगड़ता है। खिलाड़ी कहां गलती कर रहे हैं, टीम मैनेजमेंट को उसके ऊपर काम करना चाहिए और उनका विश्वास बढ़ाना चाहिए। इससे वो अपना बेस्ट प्रदर्शन देने में कामयाब हो जाएंगे।"